विश्वविद्यालय के कुलाधिपति महंत देवेंद्र दास जी महाराज ने सभी छात्रों को पर्यावरण संरक्षण का संदेश प्रेषित किया तथा सभी से पर्यावरण से जुड़ने का आह्वान किया
विश्व पर्यावरण दिवस 2023 की थीम ‘सॉल्यूशन टू प्लास्टिक पॉल्यूशन‘ है। हमें प्लास्टिक के वैकल्पिक तरीकों के बारे में सोचना होगा ताकि हमारा पर्यावरण साफ व सुरक्षित रह सके।
कुलसचिव डॉ. अजय कुमार खंडूड़ी का कहना था कि हमारे द्वारा उठाया गया छोटा सा सकारात्मक कदम बड़ा बदलाव कर सकता है तथा पर्यावरण के नुकसान को रोक सकता है।
श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय में विश्व पर्यावरण दिवस पर पौधरोपण व जागरूकता रैली का आयोजन
पर्यावरण की थीम पर क्विज प्रतियोगिता का आयोजन
देहरादून।
श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय में सोमवार को विश्व पर्यावरण दिवस पर पौधरोपण किया गया। इस अवसर पर एनएसएस विद्यार्थियों ने जागरूकता रैली निकालकर सभी को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक किया। साथ ही विद्यार्थियों के लिए क्विज प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया।
श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय में स्कूल ऑफ बेसिक एंड एप्लाइड सांइस तथा स्कूल ऑफ एग्रीकल्चर साइंस के संयुक्त तत्वावधान में विश्व पर्यावरण दिवस पर पौधरोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया।
विश्वविद्यालय के कुलाधिपति महंत देवेंद्र दास जी महाराज ने सभी छात्रों को पर्यावरण संरक्षण का संदेश प्रेषित किया तथा सभी से पर्यावरण से जुड़ने का आह्वान किया
कार्यक्रम की शुरुआत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. यशवीर दीवान ने पौधरोपण कर की। कुलपति ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित यह दिन पर्यावरण के प्रति वैश्विक स्तर पर जागरूकता लाने के लिए मनाया जाता है। हमारा पर्यावरण धरती पर स्वस्थ जीवन को अस्तित्व में रखने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आज हमारा पर्यावरण दिन-प्रतिदिन नष्ट व प्रदूषित होता जा रहा है। इसलिए आज हम कई पर्यावरण संकटों का सामना कर रहे हैं। समय आ चुका है कि हम प्राकृतिक संसाधनों का विवेकपूर्ण तरह से प्रयोग करें। उन्होंने बताया कि विश्व पर्यावरण दिवस 2023 की थीम ‘सॉल्यूशन टू प्लास्टिक पॉल्यूशन‘ है। हमें प्लास्टिक के वैकल्पिक तरीकों के बारे में सोचना होगा ताकि हमारा पर्यावरण साफ व सुरक्षित रह सके। आज विश्व भर में हर साल 40 करोड़ टन प्लास्टिक कचरे का उत्पादन होता है। यह कचरा हमारे पर्यावरण को हानि पहुंचाता है। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि प्लास्टिक की जगह कागज या कपड़े के थैले का प्रयोग करें। आज भारत सहित कई अन्य देशों ने सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूरी तरह से प्रतिबंधित लगा दिया है, लेकिन फिर भी इसका प्रयोग लगातार जारी है। उन्होंने बताया कि प्लास्टिक पर्यावरण के साथ-साथ हमारे स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक है। इसलिए हमें कोई बेहतरीन विकल्प तलाशना होगा।
इस मौके पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. अजय कुमार खंडूड़ी का कहना था कि हमारे द्वारा उठाया गया छोटा सा सकारात्मक कदम बड़ा बदलाव कर सकता है तथा पर्यावरण के नुकसान को रोक सकता है। आज प्रत्येक व्यक्ति की जिम्मेदारी है कि वह पर्यावरण संरक्षण कीे मुहिम का हिस्सा बने। पर्यावरण के लिए हमारा छोटा प्रयास बड़ा सकारात्मक बदलाव कर सकता है। हम केवल अपनी छोटी-छोटी आदतों में बदलाव कर नई शुरूआत कर सकते हैं जैसे कि पानी व बिजली की बर्बादी को रोककर तथा अपने आसपास के वातावरण का साफ सुथरा रखकर।
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर प्रो. गीता रावत व डॉ. दीपक सोम के दिशा निर्देशन में एनएसएस विद्यार्थियों ने जागरूकता रैली निकाली। रैली में विद्यार्थियों ने पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए सभी लोगों से इस मुहिम में जुड़ने का आह्वान किया।
इस मौके पर स्कूल ऑफ बेसिक व एप्लाइड सांइस द्वारा पर्यावरण की थीम पर आधारित क्विज प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया, जिसमें बच्चों ने बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया। कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर अरुण कुमार ने किया। उन्होंने बताया कि विजेता विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया जाएगा।
इस अवसर पर प्रो. अरुण कुमार, प्रो. प्रियंका बनकोटी, आईक्यूएसी निदेशक डॉ. सुमन बिज, प्रो. कुमुद सकलानी, प्रो. सरस्वती काला, डॉ. सौरभ गुलेरी, डॉ. प्रिया , डॉ. पूजा जैन व सभी संकायाध्यक्षों के साथ संबंधित स्कूलों के सभी डीन, विभागाध्यक्ष, शिक्षकगण और छात्र मौजूद रहे।