उत्तराखंड सत्ता में बैठी भाजपा हो या खुद कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से लेकर नेताओ की बात वे भी दबी जुबान से लेकर खुले आम कहते हे की उत्तराखंड में कांग्रेस का मतलब आज हरीश रावत ही है
ओर इस बात को सभी जानते भी है और समझते भी है लेकिन
धड़ो में बटी उत्तराखंड कांग्रेस
के कुछ लोग हरीश रावत को कोसते है तो कोई कुछ भी फेसबुक पर लिखते नज़र आते है जिससे वे अपने कांग्रेस नेता के गले की फांस स्वयं बनजाते है
ताज़ा मामला ये है कि
एक पोस्ट फेसबुक पर तेज़ी से वायरल हो रही है
जिसमे कहा गया है कि
कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व भी इस बार “मरा हुआ सांप” गले में लपेटने का इच्छुक नहीं है।
इस बात का मतलब ये राजनीतिक गलियारों में निकला जा रहा है ये शब्द हरीश रावत के लिए कहे गए है
वो भी किसी ओर की फेसबुक वॉल से नही बल्कि उनकी फेसबुक वॉल से जो उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के वफादार सिपाही है
ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या प्रीतम सिंह के इशारे पर हरीश रावत को मरा हुआ साँप बोला गया है या
फिर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ओर हरीश रावत के बीच खाई पैदा करने की कोशिश की जा चुकी है या हो चुकी है
बात जो भी हो कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह सुलझे हुए नेता है और वे कांग्रेस का उत्तराखंड भविष्य है , वे लगातार उत्तराखंड कांग्रेस को मजबूत करने का काम कर रहै है
पर जिस तरह से ये सबकुछ फेसबुक सहित शोशल मीडिया में नज़र आ रहा है उससे ये लगता है कि प्रीतम सिंह ओर हरीश रावत के बीच खाई पैदा कर उसे गहरा किया जा रहा है
जो कही ना कही उत्तराखंड में कांग्रेस को नुकसान तो पहुचा ही रहा है साथ ही साथ प्रीतम सिंह के लिए भी ठीक नही क्योकि। उनका स्वभाव ऐसा नही वे खुले दिल के आदमी है
लेकि हर कोई यही देख रहा है कि
कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व भी इस बार “मरा हुआ सांप” गले में लपेटने का इच्छुक नहीं है।
क्यूँ पड़े हो चक्कर में ?
कोई नहीं है टक्कर में ??
मुख्यमंत्री 2022 श्री Pritam Singh जिंदाबाद।
जिसके बाद हर कोई यही कहता दिख रहा है पहले यहां सरकार बनाने की बात ,काम, विचार, नही होते बल्कि ठीक चुनाव से पहले इस तरह के बयान भाजपा को जनता के बीच मजबूत और कांग्रेस को कमजोर करते नज़र आते है