पीएम मोदी और तीरथ सिंह रावत की मुलाकात ने पकड़ा जोर , आगे होगा सब कुछ ठीक!
उत्तराखंड की राजनीति में राज्य के नेताओं का दिल्ली दौड़ना और कयासों का दौर चलना,
भाजपा संगठन में बदलाव, मंत्रियों के विभाग में फेरबदल,
कुछ मंत्रियों की छुट्टी,नये को मौका मिलना, अपने दिल की बात पीएम मोदी से कहना, ये सब जारी है..जी हा बीजेपी के तमाम बड़े नेता आज कल दिल्ली के चक्कर लगा रहे है, जिसके कारण उत्तराखंड के राजनीतिक गलियारों में ये सब नई-नई चर्चाएं हो रही हैं औरऐसे में दिल्ली दरबार से फिर नई तस्वीर सामने आई है, जिसको लेकर नए-नए कयास लगाए जा रहे हैं. नई तस्वीर उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की है, जिन्होंने दिल्ली ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की.
पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि बीजेपी संगठन उन्हें प्रदेश में कोई नई जिम्मेदारी दे सकता है.
बता दे खास है पीएम और तीरथ की ये मुलाकात, बताया जा रहा है कि इस मुलाकात में तीरथ सिंह रावत ने पीएम मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने की न केवल शुभकामनाएं दीं, बल्कि सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा भी की. तीरथ सिंह रावत की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात इसलिए भी खास है, क्योंकि बीते दिनों देहरादून में आयोजित हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में जिस तरह से तीरथ सिंह रावत ने खुलकर हंसते-हंसते अपने दिल की बात कह दी थी, उसके बाद अंदाजा यही लगाया जा रहा था कि हो सकता है तीरथ सिंह रावत पार्टी के कुछ नेताओं की रडार पर आ जाएं… और आ भी गए होंगे … आखिर तीरथ का दर्द वहां पर छलका था… क्योंकि उनके शब्दों से साफ लग रहा था कि उनके साथ अन्याय हुआ, साथ ही उन्होंने धामी की तारीफ करते हुए इस बात को भी कहा था कि मैं उन लोगों में से नहीं हूं कि जिसको जो बना दिया… फिर उसके पीछे पड़ जाऊं… मैं चाहूंगा कि धामी राज्य के 15 साल तक मुख्यमंत्री रहे…
बहराल पीएम और तीरथ की क्या बात हुई, और यह बातचीत किस तरह की थी, यह तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और तीरथ सिंह रावत ही जानते हैं, लेकिन जिस तरह से देहरादून में तीरथ सिंह रावत ने अपने दिल की बात को बड़े नेताओं और कार्यकर्ताओं के सामने रखा था, उससे यही अंदाजा लगाया जा सकता है कि पीएम से भी वह इस मुद्दे पर बात करने से नहीं चूके होंगे
आपको बता दे तीरथ सिंह रावत का पार्टी में अपना कद है वह न केवल उत्तराखंड में पौड़ी सीट से सांसद रह चुके हैं, बल्कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष, कैबिनेट मंत्री संगठन में महत्वपूर्ण पदों के साथ-साथ उत्तराखंड के मुख्यमंत्री की कमान भी संभाल चुके हैं. ऐसे में भले ही वह मौजूदा समय में किसी पद पर न हों लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनकी मुलाकात बेहद खास मानी जा रही है और उम्मीद यही जताई जा रही है कि आने वाले समय में संगठन में उन्हें कोई बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है…
उत्तराखंड के अंदर इस बात को लेकर भी काफी चर्चाएं है कि तीरथ के साथ हुआ तो अन्याय है, कभी विधायक का टिकट काट देना, मुख्यमंत्री बनाया और तुरंत हटा दिया, सांसद का टिकट न देना , यह सब वह बाते है जो तीरथ के दिल में है , लेकिन इससे बड़ी बात यह कि तीरथ ने कभी भी बगावत नहीं करी, पार्टी ने जब जो कहा वह किया, पार्टी ने कहा तीरथ यहा खडे हो जाओ, यह पद संभालो , यह पद छोड़ो, तीरथ सिंह रावत ने वह सब किया , और इन्हीं सब बातों को लेकर पीएम मोदी से तीरथ ने दिल की बात कही होगी , अब देखना ये होगा कि पीएम मोदी तीरथ की ईमानदारी, निष्ठा, और पार्टी के प्रति उनके कर्तव्य का फल उन्हें कब तक प्रदान करवाते हैं….