कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के निशाने पर प्रभारी देवेंद्र यादव…. क्या उत्तराखंड कांग्रेस को नये प्रदेश प्रभारी की जरूरत…!या प्रीतम सिंह के इस बयान के मामले.. कोई बड़ा फैसला लेने के संकेत तो नहीं….
उत्तराखंड कांग्रेस में शायद सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। दरअसल, कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और चकराता विधायक प्रीतम सिंह ने एक बार फिर प्रभारी देवेंद्र यादव के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने कहा, देवेंद्र यादव अपने कृत्यों से पार्टी का हाल दिल्ली जैसा बना देना चाहते हैं। कटाक्ष किया, जिन्हें राजनीति का क ख नहीं पता, वह आज हमारे प्रभारी बने बैठे हैं।
बीते दिनों पीसीसी की ओर से जिलाध्यक्षों के नामों सूची जारी होने के बाद कांग्रेस में लगातार हलचल मची हुई है। जिलाध्यक्षों की नियुक्ति के सवाल पर उन्होंने ठीकरा प्रभारी देवेंद्र यादव के ऊपर फोड़ दिया। पीसीसी में मीडिया कर्मियों से बातचीत में कहा, राष्ट्रीय नेतृत्व की ओर से राज्यों में प्रभारियों की नियुक्ति इसलिए की जाती है कि वह समन्वय बनाने का काम करेंगे। लेकिन, यहां तो प्रभारी कुछ और ही काम कर रहे हैं। वह राष्ट्रीय नेतृत्व को भी दिग्भ्रमित करने का काम कर रहे हैं। विधानसभा चुनाव के बाद से प्रभारी गायब हैं। अब दिल्ली में बैठकर तुगलकी फरमान जारी कर रहे हैं।
प्रीतम ने कहा, उत्तराखंड में उनके कई फैसलों से कार्यकर्ताओं में आक्रोश है। कहा, उत्तराखंड में ऐसा प्रभारी भेजा जाना चाहिए, जो राजनीतिक रूप से परिपक्व हो। उनहोंने कहा, ऐसे ही चलता रहा तो उत्तराखंड में भी कांग्रेस का हाल दिल्ली जैसा हो जाएगा… बहराल प्रीतम सिंह के इस बयान के कई मायने निकाले जा रहे हे…. क्या वाक्य में प्रीतम सिंह और अन्य कांग्रेसी नेता चाहते हैं कि उत्तराखंड में कांग्रेस को नया प्रदेश प्रभारी मिले… या फिर… पीतम सिंह के इस बयान के बाद… भविष्य में.. प्रीतम सिंह कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं क्या उन्होंने इस बात के संकेत दिए … ये आने वाला कल बताएगा…
क्योंकि राजनीति में कुछ भी संभव है ….