सीएम धामी ने डॉ. निधि उनियाल के तबादले पर लगाई रोक, ‘दुर्व्यवहार’ के मामले में जांच के आदेश
पहले जाने ये था पूरा मामला
जानकारी के अनुसार उत्तराखंड के स्वास्थ्य सचिव पंकज कुमार पांडेय की पत्नी की तबीयत बिगड़ने पर दून अस्पताल प्रशासन ने डॉ. उनियाल से पांडेय के आवास पर जाकर उनकी पत्नी का इलाज करने के लिए कहा था. हालांकि ओपीडी में मरीजों की भीड़ को देखते हुए डॉ. उनियाल ने पहले तो पांडेय के घर पर जाने से मना कर दिया, लेकिन बाद में अस्पताल प्रशासन के जोर देने पर वह वहां चली गईं. इलाज के दौरान डॉ. उनियाल और पांडेय की पत्नी में विवाद हो गया, जिसके बाद अधिकारी की पत्नी ने कथित तौर पर उनके साथ दुर्व्यवहार किया और डॉ. उनियाल नाराज होकर अस्पताल लौट आईं. जानकारी के अनुसार , घटना के कुछ देर बाद डॉ. उनियाल को उनका तबादला अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज में किए जाने संबंधी पत्र थमा दिया गया
वही महिला चिकित्सक ने अपने उच्चाधिकारियों को लिखे एक पत्र में आरोप लगाया है कि अस्पताल प्रशासन ने उनसे अधिकारी की पत्नी से माफी मांगने को कहा था और इससे इनकार करने पर उनका तबादला कर दिया गया. प्रांतीय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा संघ और अन्य संगठनों के महिला चिकित्सक के समर्थन में आगे आने से मामले ने तूल पकड़ लिया था
वही जब ये सभी बातें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सज्ञान में आई तो उन्होंने उसी समय उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं. वहीं, उन्होंने महिला चिकित्सक को अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज से संबद्ध किए जाने के आदेश को भी तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया है
बता दे कि मुख्यमंत्री धामी ने अखबारों और सोशल मीडिया में प्रसारित उन खबरों का संज्ञान लिया था जिनमें राजकीय दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में कार्यरत चिकित्सक एवं एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. उनियाल को अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज से संबद्ध किए जाने और उनके साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार होने का जिक्र किया गया था
मुख्यमंत्री ने इस संबद्धीकरण आदेश को तत्काल प्रभाव से निरस्त करने का निर्देश देते हुए मुख्य सचिव एसएस संधु से मामले की उच्च स्तरीय जांच करने को कहा है. यही नही मुख्यमंत्री के निर्देश पर मुख्य सचिव ने अपर मुख्य सचिव मनीषा पवार से कहा है कि वे इस प्रकरण की तथ्यात्मक जांच करते हुए अपनी रिपोर्ट सौंपे
वही सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार बताया जा रहा है कि
पहले से ही डॉ. निधि उनियाल से एक कैबिनेट मंत्री नाराज़ चल रहे थे ओर जब उन्हें इस पूरे प्रकरण की जानकारी मिली तो उन्होंने एक तीर से दो निशाने साधते हुए
स्वास्थ्य सचिव पंकज कुमार पांडेय के सर पर हाथ रख दिया
ओर फोन पर सबकुछ तय हो गया
बस फिर क्या था .. हो गया उनियाल का तबादला
वो तो भला हो मुख्यमंत्री धामी का जो लगातार स्वयं शोसल मीडिया से लेकर हर खबरों में
अपडेट रहते है और उन्होंने स्थिति को गंभीरता से समझते हुए उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं. वहीं, उन्होंने महिला चिकित्सक को अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज से संबद्ध किए जाने के आदेश को भी तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया
बहराल यदि मुख्यमंत्री इस मैटर पर तेजी ना दिखाते तो ये मामला भी पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के जनता दरबार से सुर्खियों में आई उतरा पंत बहुगुणा की तरह ही सोशल मीडिया में देश ही नहीं विदेश में भी वायरल हो जाता
लेकिन सूत्रों ये भी कहते है कि
स्वास्थ्य सचिव पंकज कुमार पांडेय इतने अज्ञानी नही कि
उनकी पत्नी के साथ डॉ. उनियाल का विवाद हो गया और वे गोली की माफ़िक तबादला कर देते है
अब सवाल है उठ रहा है कि ये
तबादला किस के कहने पर किया गया होगा और फिर किसने बढ़ती आग पर पानी डालने का दिखावा किया??
ये ही जांच का विषय है..
या फिर कही धामी सरकार पर कीचड़ फेकने का षड्यन्त्र तो नही!