प्रधानमंत्री टीवी मुक्त भारत अभियान की वर्षगांठ पर नि:क्षय मित्र सम्मानित
राज्यपाल ने राजभवन में टीबी मुक्त पंचायत अभियान का किया श्रीगणेश
स्वास्थ्य मंत्री बोले, 2024 में टीबी फ्री होगा उत्तराखंड
‘प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान’ के एक वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष में राजभवन ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत भी मौजूद रहे। इस अवसर पर राज्यपाल ने टीबी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत टीबी रोग उन्मूलन हेतु सर्वाधिक निःक्षय मित्र बनाने हेतु देहरादून, ऊधमसिंह नगर और हरिद्वार जिले को सम्मानित किया।
इस अवसर पर उन्होंने ‘‘टीबी मुक्त पंचायत अभियान’’ का भी शुभारंभ किया। इस अभियान के तहत प्रत्येक पंचायत को टीबी से जुड़ी समस्याओं के समाधान हेतु सशक्त बनाया जाना है जिससे पंचायत टीबी मुक्त के लक्ष्यों को प्राप्त कर सके। यह अभियान स्वास्थ्य विभाग एवं पंचायत राज विभाग के समन्वित प्रयासो से चलाया जाएगा।
कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल ने टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत निःक्षय मित्र बनकर रोगियों की मदद में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले 40 लोगों एवं संस्थाओं को सम्मानित किया। इस अवसर पर राज्यपाल ने 50 से अधिक बार रक्तदान करने वाले 10 लोगों को भी सम्मानित किया। उन्होंने अंगदान करने वाले आठ लोगों को स्मृति चिन्ह और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। (सूची संलग्न)
कार्यक्रम के अवसर पर राज्यपाल ने सम्मानित होने वाले सभी लोगों एवं संस्थाओं को बधाई एवं शुभकामनाएं दी और कहा कि ये सभी लोग एवं संस्थाएं अन्य लोगों के लिए प्रेरणा का कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि टीबी रोग को जड़ से समाप्त करने के लिए शुरू किए गए टीबी मुक्त अभियान में जहां विश्व ने 2023 तक और भारत ने 2025 तक टीबी को समाप्त करने का लक्ष्य रखा है। उत्तराखण्ड ने अपने दृढ़ निश्चय से 2024 तक टीबी से मुक्त होने का लक्ष्य रखा है जो हमारे दृढ संकल्प और प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
राज्यपाल ने कहा कि इस बीमारी के खिलाफ लड़ाई में न केवल सरकारी प्रयासों की बल्कि जनभागीदारी की आवश्यकता है। हम टीबी रोगियों के निक्षय मित्र के रूप में उनके जीवन पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकते हैं। उन्होंने कहा कि टीबी को जड़ से समाप्त किए जाने कि दिशा में बेहतर प्रयास हो रहे हैं जिन्हंे निरंतर जारी रखना होगा।
राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखण्ड टीबी रोगियों की सहायता हेतु निःक्षय मित्र बनाने में देश में तीसरे पायदान पर है जो सभी के लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि वह स्वयं भी निःक्षय मित्र बने हैं। उन्होंने अन्य लोगों से भी आग्रह किया कि इस अभियान में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लें। राज्यपाल ने कहा कि सभी के सम्मिलित प्रयासों से टीबी हारेगा और देश जितेगा।
कार्यक्रम में उपस्थित स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि राज्य से टीबी उन्मूलन के उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए जन सहभागिता के इस अभियान को नई दिशा देने के लिए एकत्रित हुए हैं। उत्तराखण्ड सरकार प्रदेश को टीबी मुक्त करने के सभी संभव प्रयास कर रही है, किंतु इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए जन सहभागिता अत्यंत आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि मा. प्रधानमंत्री के जन्मदिवस के अवसर पर सेवा पखवाड़े के अन्तर्गत 74 स्थानों पर रक्तदान शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि 02 अक्टूबर तक इस अभियान में 2 लाख रक्तदाताओं का रजिस्ट्रेशन का लक्ष्य रखा गया है। सभी विधानसभाओं में सात सौ रक्तदान शिविर आयोजित करने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा आयुष्मान योजना के अंतर्गत शत-प्रतिशत लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाये जाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
कार्यक्रम में सचिव स्वास्थ्य डॉ. आर राजेश कुमार ने उपस्थित सभी लोगों का स्वागत एवं योजनाओं से संबंधित जानकारियां प्रदान की। अपर सचिव/मिशन निदेशक एन.एच.एम स्वाति एस. भदौरिया ने उपस्थित सभी लोगों का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ. विनिता शाह के अलावा इस कार्यक्रम से जुड़े अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।