रावत के मुख्यमंत्रित्व काल में एक तरफ जनता आपदा से कराह रही थी, तो दूसरी तरफ वे आपदा के पैंसो से केदारनाथ में कैलाश खेर को नचा रहे थे।
श्री बदरीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा कि केदारनाथ उप चुनाव में कांग्रेस का पूरा चुनाव अभियान नकारात्मक मुद्दों पर केंद्रित रहा है। जबकि भाजपा केंद्र व प्रदेश सरकार के विकास कार्यों को लेकर जनता के बीच गई है। उन्होंने दावा किया कि चुनाव में केदारनाथ की जनता हिंदू विरोधी कांग्रेस को नकार देगी।
मीडियाकर्मियों से बातचीत में अजेंद्र ने कहा कि उप चुनाव के दौरान कांग्रेस ने तमाम नकारात्मक मुद्दे उठा कर जनता को भ्रमित करने का दुष्प्रयास किया और दुष्प्रचार का अभियान संचालित किया। मगर केदारनाथ क्षेत्र की जनता राजनीतिक रूप से परिपक्व है। वह कांग्रेस नेताओं के दुष्प्रचार अभियान को भली-भांति समझती है। चुनाव में जनता कांग्रेस की नकारात्मक राजनीति की हवा निकाल देगी।
बीकेटीसी अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस नेताओं ने जिन ऊल- जुलूल बातों को चुनाव में मुद्दा बनाने की कोशिश की, वो मुद्दे आम जनता के बीच चर्चा में बिलकुल भी नहीं रहे। उन्होंने कहा कि जनता भली – भांति जानती है कि केदारनाथ आपदा के पश्चात बुरी तरह से तहस- नहस केदार पुरी का पुनर्निर्माण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के मार्गदर्शन में हो रहा है।
अजेंद्र ने आरोप लगाया कि जो हरीश रावत आज चुनाव में वोट हासिल करने के लिए तमाम झूठ बोल रहे हैं, उनकी वास्तविकता केदारनाथ की जनता जानती है। आपदा के समय हरीश रावत के मुख्यमंत्रित्व काल में पुनर्निर्माण व पुनर्स्थापना के लिए आयी धनराशि की किस प्रकार बन्दरबाँट हुई, ये केदारनाथ की जनता भूली नहीं है।
उन्होंने कहा कि रावत के मुख्यमंत्रित्व काल में एक तरफ जनता आपदा से कराह रही थी, तो दूसरी तरफ वे आपदा के पैंसो से केदारनाथ में कैलाश खेर को नचा रहे थे। रातों रात पंजीकृत की गई मनोज रावत की संस्था को “हिटो केदार” अभियान के नाम पर लाखों रुपये की धनराशि दे दी गई।
उन्होंने कहा कि आपदा के समय में लूट, घोटाले और भ्रष्टाचार करने वाले कांग्रेस नेता आज केदारनाथ धाम को लेकर कई तरह के भ्रामक अभियान चला रहे हैं। कांग्रेसी अपने को हिंदू हितों के रक्षक होने का ढोंग कर रहे हैं। मगर मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति करने वाली कांग्रेस के चरित्र को सभी समझते हैं।