इसको कहते हैं पड़ी में दो लात। पहले ही लोग #कोरोना के कारण न केवल संक्रमित होकर जितनी जमा पूंजी थी वो गवां चुके हैं, #आर्थिक गतिविधिया व कामधंधे बन्द होने कारण लोग पहले से ही खस्ता हालात में हैं। अब जान बचाने के लिये एक सहारा दिखाई दे रहा है, वो है #वैक्सीनेशन का ताकि तीसरी लहर से बचा जा सके। वैक्सीनेशन #भारत_सरकार को 150 रूपये में करीब मिल रही है। #राज्यों से कहा जा रहा आप 500 रूपये के हिसाब से खरीदो और अब जो प्राईवेट #हाॅस्पिटल्स हैं वो 1200 से लेकर 2000 रूपये तक चार्ज कर रहे हैं। #मरता क्या नहीं करता, यह भय को दोहन है। जीवन बचाने के लिये जो सहारा है, उस सहारे की आड़ एक बड़ी लूट है। कोई देखने वाला नहीं है, #उत्तराखण्ड जैसे आर्थिक रूप से कमजोर राज्य में वहां के #लोगों के ऊपर ये बहुत बड़ा भार है।

#uttarakhand 

Tirath Singh Rawat

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