देहरादून से पूजा दानू की रिपोर्ट
उत्तराखंड के सत्ता पर बैठी भाजपा
ओर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस से जुड़े अहम सियासी फैसले दिल्ली दरबार में अटके!
मुख्यमंत्री तीरथ को अचानक दिल्ली बुलाना , फिर आधी रात को उनकी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात होना
ओर अभी भी मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत दिल्ली हो डटे रहना के कुछ बड़ा संकेत देता नज़र आ रहा है
रहस्य बरकार है कि उन्हें आखिर पार्टी के केंद्रीय नेताओं से क्या दिशा-निर्देश मिले हैं
क्या तीरथ रावत के लिए उपचुनाव का रास्ता खोला जा रहा है
या फिर तीरथ को विदाई तय हो गई है इन सबसे जल्द ही पर्दा कुछ हो घण्टो में उठना तय है
ख़बर है कि दो दिन में पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व कोई बड़ा फैसला ले सकता है अब यह बड़ा फैसला क्या है, इस पर कोई भी खुलकर अभी बोलने को तैयार नही
वही उत्तराखंड कांग्रेस में भी नेता प्रतिपक्ष के नाम के एलान का इंतजार है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत व प्रीतम सिंह समेत अन्य विधायकों ने केंद्रीय नेताओं के साथ पिछले 4 दिनों में जमकर मंथन किया पर आपसी गुट बाजी के चलते कुछ निकला नही इसलिए अब फैसला कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर छोड़ दिया है
माना जा रहा है कि प्रीतम सिंह को नेता प्रतिपक्ष बनाया जा सकता
पर प्रदेश अध्य्क्ष कोन हो इस पर हरीश ओर प्रीतम अपने अपने वफादार के हाथ मे अध्यक्ष की कुर्सी सौपना चाहते है जिससे दोनों के बीच रार पैदा हो गई है
बहराल अभी ना ये तय जो पाया है कि उत्तराखंड का नेता प्रतिपक्ष कोंन होगा
ओर मुख्यमंत्री तीरथ रावत उपचुनाव लड़ने जा रहे है या फिर भाजपा मुख्यमंत्री बदलने जा रही है
इनसबके बीच एक बार फिर प्रदेश की रणनीतिक हलचल तेज़ है और जनता की नज़र भी होने वाले फैसलो पर टिकी है
की आखिर उत्तराखंड में चल क्या रहा है