बिहार चुनाव के पहले चरण के मतदान पर कोरोना का कोई डर नजर नहीं आया। पहले चरण की 71 सीटों पर बुधवार को मतदाताओं ने जिस उत्साह का प्रदर्शन किया, उसकी कल्‍पना भी नहीं की गई थी। नक्सली प्रभावित इलाकों में भी लोगों ने बढ़ चढ़कर मतदान किया। पहले चरण की 71 सीटों पर 53.54 फीसदी मतदान हुआ। निर्वाचन आयोग ने पहले चरण में मगध और शाहाबाद इलाके की 71 सीटों में से 35 को संवेदनशील माना था। इनमें चार सीटें अति संवेदनशील थीं, जहां खतरे बड़े थे, लेकिन युवाओं और महिलाओं ने खतरे के साए से बाहर आकर वोट किया।

 

पहले चरण में 8 मंत्रियों की किस्मत ईवीएम मशीन में कैद हो गई है। इसके अलावा कई वीआइपी की किस्मत भी दांव पर थी। इमामगंज में पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी और विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी के बीच भिड़ंत है। गया में भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रेम कुमार एवं जहानाबाद में जदयू के कृष्णनंदन वर्मा कड़े मुकाबले में फंसे हैं। इनके अलावा जमालपुर से शैलेश कुमार, लखीसराय से विजय सिन्हा, राजपुर से संतोष निराला, बांका से रामनारायण मंडल और चैनपुर से ब्रजकिशोर बिंद भी मैदान में हैं। दिनारा में लोजपा प्रत्याशी राजेंद्र सिंह और जदयू के जयकुमार सिंह के बीच दिलचस्प मुकाबला है। चिराग पासवान के दावे की सच्चाई भी इसी दौर में सामने आ चुकी है।

 

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here