उत्तराखंड जानो : कैश उपचार में सर्जरी का खर्च लगभग 2 लाख आता , पर आयुष्मान कार्ड होने से नहीं लगा पैसा, श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में अटल आयुष्मान कार्ड धारक की जटिल सर्जरी
श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में अटल आयुष्मान कार्ड धारक की जटिल सर्जरी
कैश उपचार में सर्जरी का खर्च 2 लाख रुपये, आयुष्मान कार्ड होने से नहीं लगा पैसा
उत्तराखण्ड में आयुष्मान कार्ड धारक को मिली ऐसी सर्जरी का पहला मामला मरीज़ ने त्रिवेंन्द सरकार व श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल प्रबन्धन का जताया आभार
देहरादून।
त्रिवेंन्द सरकार की सफल आयुष्मान कार्ड योजना का लाभ मरीजों को बखूबी मिल रहा है। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में आयुष्मान योजना की कार्ड धारक महिला मरीज़ की सफल सर्जरी हुई है। बता दे कि यदि अन्य अस्पतालों में कैश उपचार करवाने पर इस सर्जरी के लिए मरीज़ को लगभग 2 लाख रुपये खर्च करने पड़ते। पर महिला के पास आयुष्मान कार्ड होने से उन्हें बिना भुगतान किए पूरे पैकेज़ का लाभ आयुष्मान योजना के अन्तर्गत मिला। जी हा श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल आयुष्मान योजना के लिए अनुबंधित अस्पताल है। महिला मरीज़ ने श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल प्रबधन ओर त्रिवेंन्द सरकार को धन्यवाद दिया है। यह जानकारी अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डाॅ विनय राय ने दी।
श्रीमती दुर्गा बिष्ट उम्र 26 वर्ष निवासी यमुना काॅलोनी, देहरादून को पेट में सूजन व दर्द की शिकायत थी। दिनांक 28 अगस्त 2020 को वह चिकित्सकीय परामर्श के लिए श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल पहुंची। वरिष्ठ सर्जन डाॅ आलोक माथुर एवम् वरिष्ठ काॅर्डियक थोरेसिक वैस्क्यूलर सर्जन डाॅ अरविंद मक्कड ने स्वास्थ्य परीक्षण के बाद उन्हें अल्ट्रासाउंड व अन्य जाॅचों की सलाह दी। डाॅक्टर अरविंद मक्कड ने पाया कि बीमारी की वजह से उनकी तिल्ली अधिक बढ़ गई थी। तिल्ली बढ़कर अपनी सामान्य अवस्था बाईं ओर से पेट के निचले हिस्से दाईं ओर तक पहुंच गई थी जो मरीज़ के लिए बेहद खतरनाक स्थिति थी। रक्तचाप के दबाव के कारण तिल्ली कभी भी फट सकती थी। इससे पूरे शरीर में रक्त का स्त्राव हो सकता था और मरीज़ की जान भी जा सकती थी। डाॅ अरविंद मक्कड ने जानकादी की पाॅच महीने पहले ही महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया है। खून की भारी कमी के कारण यह केस बेहद जटिल था। डाॅक्टर अरविंद मक्कड, डाॅ आलोक वर्धन माथुर, वरिष्ठ सर्जन व टीम ने 4 घण्टे तक चले आपरेशन के बाद तिल्ली सफलतापूर्वक निकाल दी। बता दे को सामान्य केस में आपरेशन कर तिल्ली को निकाल दिया जाता है लेकिन इस मामले में तिल्ली निकालने के साथ-साथ भारी रक्तस्त्राव को भी रोकने की भी चुनौती थी। डाॅक्टरों की टीम ने आपरेशन के दौरान तिल्ली की खून की नस को पेट के बाएं हिस्से में किडनी की नस के साथ जोड़ दिया। इस सफल आपरेशन के बाद महिला स्वस्थ है व उन्हें दो तीन दिनो में अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। आपरेशन को सफल बनाने में डाॅ अजय कुमार, सर्जन, डाॅ रोबीना मक्कड, एनेस्थेटिस्ट, डाॅ वैभव, डाॅ गुरप्रीत, डाॅ अमित सिकोटी, डाॅ अमितव कुमार, डाॅ वन्दना व डाॅ हरसिमरन का सहयोग रहा। वर्जन त्रिवेंन्द सरकार की राज्य ̒आयुष्मान योजना बेहद सफल व लाभकारी योजना है। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में अब तक 27,000 (सताइस हज़ार) मरीजों को उपचार मिल चुका है। हमें बेहद खुशी है बता दे की उत्तराखण्ड में किसी आयुष्मान कार्ड धारका को इस सर्जरी का लाभ योजना में मिलने का यह पहला मामला है। सरकार ने हमेशा ही श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल पर विश्वास जताया है। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल प्रबधन का भी यह प्रयास है कि सरकार के साथ एक मजबूत सहयोगी के रूप में हमेशा हर सम्भव मदद के लिए तैयार हैं। ̓
डाॅ विनय राय, चिकित्सा अधीक्षक, श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल