हाथरस मामले में योगी सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्राथमिक जांच के आधार पर एसपी, डीएसपी, इंस्पेक्टर समेत कुछ पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। इतना ही नहीं मामले में वादी-प्रतिवादी और पुलिस प्रशासन का पॉलीग्राफ टेस्ट करवाने के निर्देश दिए हैं। सीएम योगी ने एसपी विक्रांत वीर, सीओ राम शब्द, इंस्पेक्टर दिनेश कुमार वर्मा, एसआई जगवीर सिंह को निलंबित कर दिया है। शामली के एसपी विनीत जायसवाल को हाथरस का नया एसपी बनाया गया है।

आपको बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हाथरस मामले की जांच के लिए पहले ही एसआईटी गठित कर चुके हैं. एसआईटी को सात दिन में रिपोर्ट देने को निर्देश दिए गए हैं. हाथरस कांड को लेकर सीएम योगी लगातार सख्त फैसले ले रहे हैं. इसके पहले उन्होंने पीड़िता के पिता को वीडियो कॉलिंग कर दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त एक्शन लेने का भरोसा दिया था. सीएम ने पीड़िता के परिजनों को हरसंभव मदद का भी भरोसा दिया है.

होगा नार्को और पॉलीग्राफी टेस्ट

बताया जा रहा है कि मामले के लिए गठित एसआईटी टीम इस केस से जुड़े सभी लोगों के नार्को और पॉलीग्राफ टेस्ट करवाएगी। इसमें पुलिसकर्मी और पीड़ित परिवार के लोग भी शामिल होंगे। सीएम योगी ने हाथरस में बीते दिन के पूरे घटनाक्रम की रिपोर्ट तलब की है। जिला और पुलिस प्रशासन की भूमिका के बारे में पूरा ब्योरा मांगा गया है।

क्या है पॉलीग्राफी?

पॉलीग्राफ एक मशीन है जिसमें पॉलीग्राफी टेस्ट करवाने वाले शख्स से अटैच किए गए सेंसर्स से आ रहे सिग्नल को एक मूविंग पेपर पर रिकॉर्ड किया जाता है। इस प्रक्रिया को पॉलीग्राफी टेस्ट कहते हैं।

पॉलीग्राफ मशीन में इन बातों को किया जाता है रिकॉर्ड

व्यक्ति के सांस लेनो की गति, व्यक्ति का पल्स, व्यक्ति का ब्लड प्रेशर, व्यक्ति के शरीर से निकल रहा पसीना।

 

 

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