पीएम मोदी से मिलने से पहले मुख्यमंत्री धामी ने सचिवालय में ली लगातार 5 घंटे तक सभी विभागों की मैराथन बैठक दिए अफसरों के ये सभी निर्देश सीएम धामी देर रात तक भी सचिवालय में मौजूद ..
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में आज ताबड़तोड़ कही महत्वपूर्ण महकमो की समीक्षा बैठक की ये बैठके लगभग 5 घंटे तक चली
धामी की इस लगातार 5 घंटे चली मैराथन बैठक में कई अफसरों के पसीने भी छूटे
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इस समय भी सचिवालय में मौजूद है आपको बता दें मुख्यमंत्री धामी ने आज ताबड़तोड़ सचिवालय में लगातार 5 घंटे तक मैराथन बैठक की इस इस दौरान सभी महत्वपूर्ण विभागों के आला अफसर समीक्षा बैठक में मौजूद रहे सचिवालय में राज्य के आय के संसाधनों को बढ़ावा देने के साथ ही निवेश की संभावनाओं के संबंध में शासन के उच्चाधिकारियों के साथ भी मुख्यमंत्री ने समीक्षा की
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि राज्य में जीएसटी कर संग्रह बढ़ाने के साथ राज्य के राजस्व संसाधनों में वृद्धि के लिये समेकित प्रयास किये जाएं उन्होंने इस सम्बन्ध में हिमाचल सहित अन्य पर्वतीय राज्यों द्वारा अपनायी जा रही व्यवस्थाओं का अध्ययन करने पर बल दिया। मुख्यमंत्री ने कर चोरी रोकने के लिये प्रभावी तंत्र विकसित करने पर ध्यान दिये जाने पर बल देते हुए राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के लाभार्थियों को आधार कार्ड से जोड़ने की व्यवस्था करने पर ध्यान देने को कहा। उन्होंने जेम के माध्यम से प्रोक्योरमेंट किये जाने तथा सिंगल विंडो सिस्टम का व्यापक प्रचार-प्रसार करने एवं लैंड बैंक की स्थापना के लिये प्रभावी कार्य योजना तैयार किये जाने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जीएसटी में सेक्टरवार बढ़ोतरी हो इसके प्रयास किये जाएं, अधिक से अधिक लोग रिटर्न भरने के लिये प्रेरित हों तथा सभी लोग क्रय सामग्री की रशीद लेने की आदत डाल सकें, इसके लिये ग्राहक प्रोत्साहन योजना की व्यवस्था बनाये जाने पर भी ध्यान दिये जाने की उन्होंने जरूरत बतायी। उन्होंने इंफोर्समेंट एवं इंटेलिजेंस सिस्टम की मजबूती तथा आईटी टीम की मजबूती पर भी ध्यान देने को कहा। इसके लिये आईटीडीए से भी मदद ली जा सकती है। उन्होंने कर चोरी को रोकने के लिये ऑडिट विंग को भी प्रभावी बनाये जाने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बेहतर कार्य संस्कृति तथा कार्य प्रणाली में सुधारात्मक कदम उठाये जाने से सभी विभाग आय के संसाधनों को बढ़ावा देने में मददगार बन सकते हैं। इसके लिये उन्होंने राज्य हित से जुड़ी नीतियों को अमल में लाये जाने पर भी बल दिया।