उत्तराखंड में चुनावी सरगर्मियां तेज होने के साथ ही पक्ष और विपक्ष में आरोप और प्रत्यारोप का दौर जारी हो गया है आज कांग्रेस मुख्यालय में कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता प्रो. गौरव वल्लभ व प्रदेश कांग्रेस मीडिया प्रभारी राजीव महर्षि ने संयुक्त रुप से प्रेस वार्ता की। प्रेसकांफ्रेन्स के दौरान गौरव बल्लभ ने कहा कि डबल इंजन की धुंआ छोडू, सरकार के दो ही प्रमुख विभाग थे, पहला मुख्यमंत्री चयन आयोग और दूसरा अवैध खनन व कुंभ कोरोना जांच भ्रष्टाचार विभाग पर हम 10 मार्च को बनने वाली सरकार में चार धाम चार काम का एक नया विभाग उत्तराखंड सरकार में बनाएंगे। इस विभाग का एक अलग से कैबिनेट मंत्री होगा। इस विभाग का सचिव एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी होगा।
यह विभाग प्रतिवर्ष अपनी प्रोग्रेस रिपोर्ट उतराखंड के लोगों के सामने रखेगा। इस प्रोग्रेस रिपोर्ट में यह बताया जाएगा कि गत वर्ष कितने युवाओं को रोजगार मिला। साथ ही हर गांव-हर द्वार स्वास्थ्य सुविधाओं का ब्यौरा, समस्त 5 लाख परिवारों का विवरण होगा, जिन्हें 40 हजार रु स्वावलंबन राशि के रूप में मिले और 500 के अंदर उतराखंड के सभी परिवारों को मिलने वाले गैस सिलेंडर का विवरण होगा। यह रिपोर्ट प्रतिवर्ष उत्तराखंडवासियों के समक्ष प्रस्तुत की जाएगी। मौजूदा भाजपा सरकार हर गांव हर द्वार स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने में विफल क्यों? एम्स ऋषिकेश में हुए घोटाले से यह स्पष्ट हो जाता है कि उत्तराखंड के लोगों को स्वास्थ्य सुविधा क्यों नहीं मिल पाई। इस घोटाले में देहरादून से खरीदा गया मेडिकल उपकरण समुद्र के रास्ते ऋषिकेश पहुंचाया जाता है और जो पैसा कोरोना के दौरान दवाई आक्सीजन सिलेंडर के लिए मिलना चाहिए था, वो पैसा डबल इंजन की भ्रष्टाचारी सरकार हजम कर लेती है। तो क्या उत्तराखंड में कोरोना के दौरान हुई हजारों मौतों की जिम्मेदार डबल इंजन की डबल भ्रष्टाचारी सरकार नहीं है? उत्तराखंड के चार धामों का भाजपा अपमान क्यों कर रही है?
कल मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री उत्तराखंडी स्वाभिमान और हमारे चारों धामों का अपमान कर के चले गए पर खनन प्रेमी मुख्यमंत्री के मुख से एक शब्द उनके विरोध में नहीं निकला। कांग्रेस पार्टी, भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता व खनन प्रेमी धामी के मार्गदर्शक मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के वक्तव्य की घोर निंदा करती है। साथ ही कहा कि शिवराज सिंह चौहान, उत्तराखंडवासियों के लिए चारधाम का मतलब बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री है। कृपया अपनी ओछी राजनीति के लिए हमारे धर्म की आस्था का मजाक मत बनाइए। इतना सब होने के बावजूद खनन प्रेमी मुख्यमंत्री और भाजपा के मुख से विरोध का एक शब्द तक नहीं निकला। हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को सद्बुद्धि दें, ताकि वे खिसकती हुई सता जाने के क्रोध में हमारे धर्म का मजाक न उड़ाएं।