तमाम आशंकाओं से इतर फेस्टिव सीजन में कोरोना के मामले बहुत ज्यादा नहीं बढ़े हैं। बीते 24 घंटे में केवल 11,451 नए केस ही सामने आए हैं। वहीं 13,204 लोगों ने कोरोना को मात दी है। हालांकि इस दौरान 266 लोगों की कोरोना के चलते मौत हुई है। सबसे बड़ी बात यह है कि पूरे देशभर में कोरोना से प्रभावित जिले गिने-चुने ही रह गए हैं। देश के चार राज्यों के केवल 18 जिले ही ऐसे हैं, जहां पॉजिटिविटी रेट 10 परसेंट से ज्यादा है।
केस घटे, रिकवरी रेट बढ़ा
फिलहाल भारत की बात करें तो यहां पर एक्टिव केसों की संख्या 1,42,826 है जो 262 दिनों में सबसे कम है। वहीं रिकवरी रेट 98.24 फीसदी है जो मार्च 2020 से अब तक सबसे ज्यादा है। गौरतलब है कि एक्सपर्ट्स फेस्टिव सीजन में कोरोना बढ़ने की आशंका जता रहे थे। लेकिन छह नवंबर को खत्म हुए फेस्टिवल वीक के बाद देशभर के केवल 18 जिलों में ही कोरोना पॉजिटिविटी रेट 10 परसेंट के ऊपर है। यानी देश के एक बड़े हिस्से में कोरोना के मामलों में ज्यादा बढ़ोत्तरी नहीं देखने को मिली है। बता दें कि मामलों को लेकर कुछ अंतर्राष्ट्रीय मानक तय किए हैं। अगर पॉजिटिविटी रेट 10 परसेंट या इससे ज्यादा है तो इसे कोरोना संक्रमण की रफ्तार खतरनाक मानी जाती है। वहीं डब्लूएचओ के मुताबिक अगर पॉजिटिविटी रेट 5 फीसदी से ज्यादा है तो संक्रमण में इजाफा मानकर पाबंदियां लगाई जानी चाहिए