उत्तराखंड: प्रदेश कंग्रेस उपाध्यक्ष धस्माना ने हरिद्वार कोरोना टैस्टिंग घोटाले में फिर बोला सरकार पर हमला
आईसीएमआर जवाब दे कि लालचंदानी व नलवा लैब उनकि मान्यता प्राप्त लिस्ट में है या नहीं-सूर्यकांत
देहरादून: उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष व कांग्रेस मैनिफेस्टो कमेटी के संयोजक सूर्यकांत धस्माना ने आज एक बार फिर हरिद्वार महाकुंभ कोरोना टैस्टिंग घोटाले पर राज्य व केंद्र की भाजपा सरकार पर जोरदार हमला बोलते हुए केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय व आईसीएमआर की भूमिका पर भी प्रश्नचिन्ह लगाते हुए इनसे यह स्पष्ट करने की मांग करी है कि महाकुंभ घोटाले में लिप्त लालचंदानी लैब व नलवा लैब कैसे आईसीएमआर की नई मान्यता प्राप्त सूची में शामिल है जबकि इन दोनों लैब्स के खिलाफ माननीय उच्च न्यायालय में केस चल रहा है व दो दोनों के खिलाफ एसआईटी की जांच चल रही है । प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारों को संबोधित करते हुए श्री धस्माना ने कहा कि हरिद्वार में हुए आरटीपीसीआर टैस्टिंग घोटाले से देवभूमि उत्तराखंड की पूरे देश और दुनिया में बदनामी हुई। उन्होंने कहा कि इस घोटाले से महासकुम्भ को सुपर स्प्रैडर की संज्ञा मिली जिसके लिए भाजपा सरकार जिम्मेदार है। श्री धस्माना ने कहा कि आज तक न तो एसआईटी और ना ही राज्य की भाजपा सरकार यह बता पाए हैं कि आखिर एक ऐसी कम्पनी को जो आईसीएमआर की तरफ से मान्यता प्राप्त ही नहीं है उसे कैसे महाकुंभ में टैस्टिंग का करार दिया गया। श्री धस्माना ने कहा कि टैस्टिंग का करार सचिवालय स्तर पर शाशन ने दिया इसलिए यह जिम्मेदारी शाशन व सरकार की है कि जनता को बताए कि इस करार को मैक्स कारपोरेशन को किस के कहने पर दिया गया। उन्होंने कहा कि अब दो दिन पहले आईसीएमआर द्वारा अपनी मान्यताप्राप्त लैब्स की सूची में लालचंदानी लैब व नलवा लैब का होना यह साबित करता है कि हरिद्वार महाकुंभ के तार दिल्ली तक जुड़े हैं। श्री धस्माना ने कहा कि कांग्रेस इस मामले पर खामोश नहीं बैठेगी और चालू विधानसभा सत्र में भी इस मामले को पार्टी सदन में अवश्य उठाएगी।
सादर
सूर्यकांत धस्माना
उपाध्यक्ष पीसीसी