देहरादून से पूजा दानू की रिपोर्ट
ऊपर वाला है ना तो चमत्कार संभव है उसका आशीष बना रहे
जी हा आज हम आपको जो बताने जा रहे है,उसे कुद’रत कहे या फिर एक माँ की ललक जो कई सालो से औ’लाद के लिए तड़प रही थी । और अब जाकर उसकी ममता के हक़दार उसकी गोद में आये है । ये पूरा मामला आंध्र प्रदेश के पूर्वी गो’दावरी जिले के नेललापतीर्पाडू का है,जहा ये चमत्कार हुआ है ।
हैदराबाद में विज्ञान ने इस चमत्कार को कर दि’खाया है,आप सोच रहे होंगे इसमें क्या चमत्कार है? दरअसल यहां एक 74 साल की महिला ने दो जुड़’वां बच्चों को जन्म दिया है,आप भी सुनकर चौक गए ना।
मंगायम्मा और उनके पति वाई राजा राव के घर पर दो मा’सूमो की किलकारी गुंजी है,जिससे इन दोनों का बरसो पुराना सपना पूरा हो गया ।
मंगायम्मा और उनके पति वाई राजा राव को 54 साल तक कोई संतान नहीं हुई थी।और वो दोनों संतान के लिए लंबे स’मय से इंतजार कर रहे थे,पिछले साल के अंत में नर्सिंग होम में दोनों ने गुंटूर के आईवीएफ विशेषज्ञों से संपर्क किया,और साल भर में गुरु’वार को इन दोनों को माता पिता बनने का सुख मिला,जानकारी के अनुसार मंगायम्मा ने जुड़वां बच्चों को आईवीएफ से जन्म दिया।
डॉक्टरों की टीम के हेड डॉक्टर उमा’शंकर ने बताया कि मंग’यम्मा का चार डॉक्टरों की एक टीम लगातार उनके स्वास्थ्य पर नज़र रखे हुए थी,समय आने पर इस टीम ने मंगायम्मा का सिजेरियन ऑपरेशन किया। उन्होंने जुडवां बच्चों को जन्म दिया। मां और बच्चे दोनों स्वस्थ हैं. डॉ’क्टर मंगायम्मा के स्वास्थ्य पर डॉक्टर लगातार नजर बनाए हुए थे।
ये अपनेआप एक संवेदनशील मामला है,क्युकी मंगयम्मा की उम्र 75 साल है,ऐसे में उनकी देख’रेख में डॉक्टर्स ने कोई कमी नहीं छोड़ी,यहाँ तक की नर्सिंग होम ने प्रसव से पहले दंपती का सत्कार किया जिसके बाद मंग’यम्मा ने बच्चों को जन्म दिया,मंगा’यम्मा और उनके पति वाई राजा राव अपने घर आयी इस ख़ु’शी से बेहद खुश है ।