देहरादून से पूजा दानू की रिपोर्ट

उत्तराखंड: सचिन पायलट ने उत्तराखंड सरकार को घेरा, कहा- प्रदेश में बहुत अराजकता का माहौल

आज प्रेस वार्ता में सचिन पायलट ने उत्तराखंड सरकार को महंगाई के मुद्दे खूब घेरा

आज कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राजस्थान सरकार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट उत्तराखंड कांग्रेस में जोश भरने के लिए शुक्रवार को देहरादून पहुंचे हैं

 देहरादून में आयोजित प्रेस वार्ता में सचिन पायलट ने उत्तराखंड सरकार को महंगाई के मुद्दे पर घेरा। उन्होंने कहा कि राज्य की जनता बढ़ती महंगाई से परेशान है। कहा कि आज पूरे देश में पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों से आम आदमी त्रस्त है। इनकी कीमतें कम करना केंद्र सरकार के हाथ में है। जिसके लिए कांग्रेस पूरे देश में महंगाई के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रही है।

 उन्होंने कहा कि देश के 250 शहरों में पेट्रोल के दाम 100 रुपए के पार हो गए हैं। वहीं प्रेस वार्ता में पायलट ने किसान बिल को वापस लेने की मांग भी की। उत्तराखंड में बहुत अराजकता का माहौल है।

 इस दौरान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह भी उपस्थित रहे। इससे पहले शुक्रवार को वह जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचे, जहां कांग्रेस कार्यकर्त्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। एयरपोर्ट से उनका काफिला देहरादून शहर के लिए रवाना हुआ। इस दौरान कार्यकर्त्ताओं ने सचिप पायटल के समर्थन में नारे भी लगाए।

स्वागत करने वालों में मुख्य रूप से प्रदेश महामंत्री पीके अग्रवाल, महानगर कांग्रेस अध्यक्ष लालचंद शर्मा, प्रदेश महामंत्री नवीन जोशी, पूर्व दर्जाधारी मनीष कुमार, याकूब सिद्दीकी, शांति रावत, पार्षद कोमल वोहरा, दीप वोहरा, पार्षद रमेश मंगू समेत अन्य कांग्रेसी कार्यकर्ता उपस्थित थे।

इस दौरान सचिन पायलट जहां मास्क लगाए नजर आए । वहीं कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मास्क मुंह से नीचे लटकाया हुआ था। जो कि कोरोना की तीसरी लहर की संभावना के बीच उनकी लापरवाही को दर्शाता है। वहीं प्रेस वार्ता के बाद कांग्रेस भवन में राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट कार्यकर्ताओं से मिले।

कांग्रेस में नेता प्रतिपक्ष को लेकर फैसला जल्द

वहीं गुरुवार को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि कांग्रेस में नेता प्रतिपक्ष को लेकर फैसला जल्द हो जाएगा। इसे लेकर कहीं भी कोई अड़चन नहीं है। इस पर राष्ट्रीय नेतृत्व को निर्णय लेना है।

 उन्होंने कहा कि जो राजनीतिक दल इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस पर सवाल खड़े कर रहे हैं, वह पहले अपने दल को देखें। जिनके घर शीशे के होते हैं, वह दूसरों पर पत्थर नहीं फेंका करते।

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार द्वारा अपने प्रदेश कार्यालय को बनाने के लिए भू उपयोग बदलने में छूट की व्यवस्था की गई है, जो सही नहीं है

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