पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा
स्वाभिमानी उत्तराखंडियों की दशा को होटल्स के बाहर खड़े कुत्तों जैसी बताना, बहुत दु:खद है। आप पार्टी की प्रवक्ता ने यह अत्यधिक कष्ट पहुंचाने वाली टिप्पणी की है। आप_पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व को इस टिप्पणी के लिए उत्तराखंडियों से माफी मांगनी चाहिये।
उठा सवाल क्या आप की महिला प्रवक्ता के लिए उत्तराखंड के लोगो के हालात ऐसे है
उत्तराखंड में राजनीतिक दल भले ही उनके लिए एक दूसरे के कार्यकर्ता कुछ भी हो लेकिन जनता उनके लिए चुनावी साल में तो भगवान होती ही है वैसे भी टीवी चैनलों में होने वाले डिबेट का स्तर अब कैसा होता जा रहा है यह सभी जानते हैं ऊपर से प्रवक्ता भी उन्हें क्या बोलना है इस पर ध्यान नहीं देते हैं कुछ भी बोल देते हैं जबकि किसी भी मुद्दे से पर सोच समझकर और तोलमोल कर बोलना चाहिए यह हमें बचपन से सिखाया जाता है ऐसा ही वाक्या आम आदमी पार्टी की एक प्रवक्ता के साथ हुआ जो इन दिनों सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है आपको बता दें इन दिनों उत्तराखंड में फ्री बिजली का मुद्दा बड़ा होता जा रहा है। सभी राजनीतिक दलों में होड़ मची हुई है। कि कौन कितने यूनिट बिजली फ्री करने की घोषणा करता है। इस बीच आम आदमी पार्टी की उत्तराखंड ईकाई की प्रवक्ता उमा सिसौदिया का एक बयान सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है उन्होंने एक निजी डिजिटल चैनल पर हो रही चर्चा के दौरान उत्तराखंड की आम जनता की तुलना होटलों के बाहर खड़े कुत्तों से कर दी । जो बार बार लतियाये जाने के बाद भी रोटी के टुकड़ों की आस में वहीं जमे रहते हैं। उमा ने फ्री बिजली के मुद्दे पर चल रही बहस के दौरान कहा कि वह बहुत कड़वी बात कहना नहीं चाहतीं, क्योंकि इससे वह खुद भी हर्ट होती हैं। जबकि वर्तमान में उत्तराखंड की जनता की हालत भी ऐसी ही है । उन्होंने कहा कि केंद्र में भी भाजपा की सरकार है और उत्तराखंड में भी, लेकिन उत्तराखंड के लोगों की अपेक्षायें और आशायें पूरी करने में दोनों सरकारें विफल रही हैं। इससे उत्तराखंड के लोग निराश हें और अब आम आदमी पार्टी की ओर आशाभरी निगाहों से देख रहे हैं कि शायद भाजपा उनके लिये कुछ कर दे। उत्तराखंड में पिछले करीब साढ़े साल में लोगों को न तो रोजगार मिल पाया है और न ही सरकार उनको नौकरी दे पायी है। दिलचस्प बात यह कि टीवी पर बहस के दौरान वहां बैठे भाजपा और कांग्रेस के नेताओं ने भी इस पर कोई आपत्ति नहीं जताई और वे चुपचाप सुनते रहे। वही टीवी डिबेट में तो भाजपा और कांग्रेस के नेताओं ने कोई आपत्ति नहीं जताई लेकिन बीजेपी का सोशल मीडिया इस बयान को लेकर सुपर एक्टिव हो चुका है और जमकर इसे सोशल मीडिया में वायरल कर रहा है।