राज्यसभा सांसद और बीजेपी के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी के प्रयासों से अब डॉप्लर रडार लैंसडौन में ही स्थापित होगा। रक्षा मंत्रालय से रडार स्थापित करने के लिए एक अनापत्ति प्रमाण पत्र भी जारी किया जाएगा।
दरअसल पौड़ी के लैंसडाउन में जिस स्थान पर डॉप्लर रडार को स्थापित होना है वह कैंट बोर्ड की भूमि है और रक्षा मंत्रालय द्वारा अभी तक अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी नहीं किया गया है इसलिए डॉप्लर रडार के दूसरे प्रदेश में स्थानांतरित होने की संभावना जताई जा रही थी। वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बलूनी को आश्वासन दिया कि वह इस संबंध में रक्षा संपदा को एनओसी जारी करने के लिए निर्देश देंगे। सांसद बलूनी ने इस मसले पर रक्षा मंत्री से बातचीत की थी और उनसे अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी करने का अनुरोध किया था।
सांसद बलूनी को मीडिया के जरिए जानकारी मिली थी कि एनओसी के अभाव में उक्त डॉप्लर रडार किसी अन्य प्रदेश को स्थानांतरित किया जा सकता है। फिर बलूनी ने पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के मंत्री हर्षवर्धन से से चर्चा की। उन्हें बताया गया कि रक्षा मंत्रालय की अनापत्ति से ही उक्त डॉप्लर रडार को लैंसडौन में स्थापित कर सकते हैं।
रक्षा मंत्रालय की सहमति अभी तक प्राप्त नहीं हुई है। इसके बाद उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से इस विषय में चर्चा की। बताया कि उत्तराखंड के लिए आवंटित अन्य दो डॉप्लर रडार टिहरी जिले के सुरकंडा और नैनीताल जिले के मुक्तेश्वर में स्थापित किए जाएंगे।