उत्तराखंड के सांसदों कुछ अपने छोटे भाई बलूनी से भी सिख लिया करो !
उत्तराखंड के सभी सांसद व राज्य सभा सांसद से अनिल बलूनी उम्र में छोटे ही होंगे पर अपने काम से आगे निकलते जा रहे है । अगर उनके कुछ अस्वस्थ वाले समय को हटाकर बात की जाए तो वे सदैव एक्टिव रहे है ओर आज भी एक्टिव है बतौर राज्य सभा सांसद वे उत्तराखंड के विकास के लिए, अपने द्वारा गोद लिए गए गांव के विकास के लिए तेज़ी से अपनी नीतियों को अमलीजामा पहनाकर अंजाम तक पहुचा रहे है वही उत्तराखंड के जरूरमंद जनता के दर्द को भी बखूबी समझते है कुछ ऐसा ही आज सुनने में दोबारा आया आपको बता दे कि भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख व उत्तराखंड से राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने अपनी फेसबुक पेज़ पर लिखा है कि आज प्रातः नई दिल्ली के मिंटो रोड ब्रिज पर हुए जलभराव के कारण मालवाहक वाहन (छोटा हाथी) चालक सहित पानी में डूब गया, जिसमें वाहन चालक कुंदन सिंह पुत्र भगवान सिंह की मौके पर ही दुखद मौत हो गयी। कुंदन सिंह पिथौरागढ़ के नौताश गांव के रहने वाले थे। मैंने दिल्ली के उप राज्यपाल अनिल बैजल साहब से दूरभाष पर चर्चा की व पत्र भी लिखा कर मृतक के परिवार को आर्थिक सहायता व एक परिजन को सरकारी सेवा में लेने का अनुरोध किया है। 56 वर्षीय कुंदन सिंह अपने पीछे पत्नी श्रीमती मुन्नी देवी तथा दो पुत्रियां (जिनकी आयु 24 वर्ष 12 वर्ष है) छोड़ गए हैं। अत्यधिक निर्धन कुंदन सिंह पर पूरे परिवार का भार था। उप राज्यपाल महोदय अपने स्तर पर अपेक्षित कार्रवाई कर रहे हैं।
तो आप समझ सकते है कि बलूनी उत्तराखंड राज्य के अंदर भी ओर राज्य से बाहर निवास करने वाले , नोकरीं करने वाले , जरूरमंद व्यक्ति के लिए सोंचते है , कुछ करने का प्रयास करते है , ओर जब प्रयास किये जाते है तो सफलता भी मिलती ही है ओर उनकी यही सोच उन्हें एक अलग पहचान बनाने वाले राजनेता के रूप में आगे ला रही है