मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने बुधवार को पिथौरागढ़ विधानसभा की वर्चुअल रैली को सम्बोधित करते हुए कहा कि जनपद पिथौरागढ़ की सीमा नेपाल एवं चीन से जुड़ी है। इस जनपद का सामरिक दृष्टि से भी बड़ा महत्व है। राज्य सरकार द्वारा किये गये विशेष प्रयास से चीन सीमा तक लिपूलेख सड़क निर्माण में तेजी आयी है। उन्होंने कहा कि नेपाल हमारा मित्र राष्ट्र है उससे हमारी रोटी बेटी व सांस्कृतिक संबंध है। हम एक दूसरे पर विश्वास करते आये हैं। आज कुछ वैचारिक व अन्य कठिनाई उनकी ओर से उत्पन्न हुई है। यद्यपि इसके लिये नेपाल के लोग भी अपनी सरकार का विरोध कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि लिपूलेख के साथ ही लद्दाख सीमा तक सडकों के निर्माण एवं सीमान्त क्षेत्रों में हवाई अड्डों के विस्तार से  चीन परेशान है। आत्म निर्भर भारत एवं लोकल से वोकल के प्रधानमंत्री के आह्वान से चीन अपने सामान की मार्केटिंग से चिन्तित है।
कोविड -19 के कारण भी चीन दुनिया में बदनाम हो रहा है। इसलिये वह सीमा पर इस प्रकार की हरकत कर रहा है। गलवन में हमारे सैनिकों ने जिस वीरता से स्थिति का सामना किया वह शौर्य एवं साहस की मिशाल है। इस का परिणाम है कि आज चीन पूर्व स्थिति में लौटने तथा नियंत्रण रेखा पर यथा स्थिति बनाये रखने को तैयार हुआ है। इस असर पर सीमा पर शहीद हुए सैनिकों के बलिदान को नमन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि देश उनकी शहादत की कीमत वसूलेगा। उन्होंने कहा कि आज का भारत 2020 का भारत है। विश्व की पाँच महाशक्तियों में हम शामिल हैं। हमारे जवानों में जल, थल, नभ व हिमाच्छादित चोटियों पर लड़ने  का जज्बा है। प्रधानमंत्री के कुशल साहसिक नेतृत्व में देश को पूरा भरोसा है। हमारे वीर जवान साहस व सम्मान के साथ देश की सुरक्षा में जुटे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री । नरेन्द्र मोदी ने आत्म निर्भर भारत का आह्वान किया है, इसके लिये 20 लाख करोड़ का पैकेज दिया है। गरीबों को निशुल्क राशन उपलब्ध करायी गई है। कोरोना संकट की इस घड़ी में कोई भूखा न रहे इसके लिये प्रवासियों सहित देश के अन्तिम छोर तक राशन उपलब्ध कराया गया। उन्होंने आपदा के इस दौर में पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा जरूरतमंदों को आवश्यक सहायता पहुंचाने में सहयोगी बनने के लिये बधाई दी। उन्होंने युवा मोर्चा के सदस्यों द्वारा बड़ी संख्या में रक्तदान के लिये शिविरों का आयोजन के लिये भी सराहना की। उन्होंने कहा कि हमें अपने लोगों की मदद के लिये आगे भी तैयार रहना होगा, हमारा संघर्ष अभी जारी है। उन्होंने कहा कि कोविड – 19 की रोकथाम के लिये हमारे प्रयास निरन्तर जारी है। हमारा रिकवरी रेट 64 प्रतिशत है। प्रतिदिन 1600 टेस्ट हो रहे हैं, जबकि शुरूआत में हमारे पास कोई लैब नहीं थी। टेस्टिंग की हाईटेक मशीनों की व्यवस्था के साथ ही टूनॉट मशीनों की भी उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। उन्होंने कहा कि राज्य में एक सप्ताह के अन्दर 2000 टेस्टिंग प्रतिदिन क्षमता विकसित कर इसकी वेटिंग समाप्त हो जायेगी। हमारा प्रयास है कि टेस्टिंग की रिपोर्ट उसी दिन प्राप्त हो जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस दिशा में भारत सरकार का हमें पूरा सहयोग मिल रहा है। कोविड मद में धन की पर्याप्त व्यवस्था है। राज्य में आई.सी.यू, वेंटीलेटर की क्षमता  बढ़ाई गई है। लगभग 2500 डॉक्टरों की नियुक्ति की गई है। डी.एम व सी.एम.ओ को आवश्यक कार्मिकों की नियुक्ति के अधिकार दिये गये हैं। इस महामारी से बचाव में हमारे पुलिस कर्मियों, डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ ग्राम प्रधानों ने बड़ी अहम जिम्मेदारी निभाई, उनकी संवेदनशीलता की सभी सराहना कर रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना में प्रदेश के 23 लाख परिवारों में से 15.84 लाख परिवारों के एक सदस्य का अटल आयुष्मान गोल्डल कार्ड बन चुका है। योजना आरम्भ होने के डेढ़ वर्ष के भीतर 1.82 लाख लाभार्थियों ने निशुल्क उपचार की सुविधा प्राप्त की जिसमें लगभग 162 करोड़ रूपया व्यय हुआ है। इस योजना में पिथौरागढ़ में 1.60 लोगों को गोल्डन कार्ड जारी किये गये हैं। 4607 लोगों ने अस्पतालों में निशुल्क उपचार कराया गया जिस पर 2.81 करोड़ रूपये व्यय हुए हैं। उन्होंने कहा कि पिथौरागढ़ मेडिकल कॉलेज की स्थापना के साथ ही जिला चिकित्सालय में आई.सी.यू की स्थापना की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिये प्रधानमंत्री रोजगार गारन्टी योजना में जो योजनायें सम्मिलित नहीं हैं उन्हें मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना में जोड़ा गया है। 150 योजनायें इसमें शामिल हैं, वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली पर्यटन स्वरोजगार योजना के तहत बस क्रय में 50 प्रतिशत की सब्सिडी दिये जाने तथा बाइक, टैक्सी के लिये 02 साल तक ब्याज का भुगतान राज्य सरकार द्वारा किये जाने का निर्णय लिया गया है। इसके तहत 10-20 हजार जो लोग ऋण लेंगे उन्हें आसानी से सहकारी बैंकों के माध्यम से ऋण उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि हमारे लोग परिश्रमी व ईमानदार हैं, इसलिये सभी जिलाधिकारियों को लीड बैंक अधिकारियों से समन्वय कर अधिक से अधिक लोगों को स्वरोजगार की योजनाओं के लिये ऋण उपलब्ध कराने को कहा गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में नेशनल लॉ कॉलेज की स्वीकृति मिल गई है। सिपेट की स्थापना की जा चुकी है, इसमें 300 प्रतिशत रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। 25 आई.टी.आई के आधुनिकीकरण के लिये 600 करोड़ की धनराशि उपल्बध करायी गई है। 500 कॉलेजों में वर्चुवल क्लासेज आरम्भ की गई है। एक डेढ साल में भारत नेट के अंतर्गत सीमान्त क्षेत्रों तक हर गाँव जुड जायेगा। इससे ई-मार्केटिंग, ई-टेली मेडिसिन की सुविधा उपलब्ध होगी, तथा 2000 करोड़ का निवेश प्राप्त होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया का ही प्रतिफल  है कि आज हम इस विषम परिस्थिति में भी एक दूसरे से जुड सके हैं। आज राष्ट्रीय व अन्तरराष्ट्रीय बैठकें इस माध्यमसे हो रही है।
उन्होंने कहा कि डेस्टिनेशन उत्तराखण्ड के तहत इन्वेस्टमेंट समिट में 1.25 लाख करोड़ के एम.ओ.यू हुए थे। उसमें 23 हजार करोड की ग्राउंडिंग हो चुकी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में एरोमा पार्क की स्वीकृति मिल गई है, इससे ऊंचाई वाले क्षेत्रों में इससे हर्बल जड़ी-बूटी उत्पादन का बढ़ावा मिलेगा तथा इस क्षेत्र में स्वरोजगार के साधन बढेंगे। हार्टिकल्चर के क्षेत्र में 10 हजार ग्रोथ सेन्टरों की स्थापना की जा रही है। जबकि 100 ग्रोथ सेन्टरों की स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। 600 और ग्रोथ सेन्टरों की प्रदेश में स्थापना की जायेगी। इससे ग्रामीण आर्थिकी को मजबूती मिलेगी। बद्री गाय पालन, पिरूल से बिजली उत्पादन की योजना धरातल पर उतारी गई है। इसमें प्रति किलो 3.50 रूपये का भुगतान कास्तकारों को किया जा रहा है। बंजर खेतों में सोलर पार्किंग की योजना भी शुरू की गई है। इसमें 200 से अधिक प्रस्तावों की टेंडर प्रक्रिया प्रारम्भ की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने हर गरीब हुनर मंद को पेंशन की सुविधा प्रदान की है। इसमें 50 प्रतिशत योगदान भारत सरकार दे रही है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2024 तक हर घर तक जल से स्वच्छ जल पहुंचाने का हमारा संकल्प है। जल संरक्षण की दिशा में भी कार्य किया जा रहा है। उन्होंने हर घर को नल से पानी उपलब्ध कराने में कार्यकर्ताओं को सहयोगी बनने को कहा। इसका कनेक्शन चार्जिंग 2300 रू. रखा गया है, जो गरीब व असहाय इस धनराशि को वहन करने में सक्षम नहीं होंगे उनकी आर्थिक मदद करने की व्यवस्था की जायेगी।
पिथौरागढ़ जनपद में विकास कार्यों का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पिथौरागढ़ आंवला घाट पेयजल योजना, एवं थरकोट झील का निर्माण प्रगति पर है। इससे वर्षा जल के ग्रहण में मदद मिलेगी। ट्यूलिप गार्डन की शुरूआत हो चुकी है। नैनी सैनी हवाई सेवा आरम्भ हो गयी है। मोस्टमानू को नया पयर्टन गंतव्य बनाया जा रहा है। आने वाले समय में यह देश-दुनिया का हाई एण्ड टूरिस्ट स्थल होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिथौरागढ़ की विभिन्न सड़कों के लिये 33 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की गई है। सीमान्त इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना कर दी गई है। तमाम स्थानीय बाधाओं के बावजूद सीमान्त लिपूलेख सड़क निर्माण कार्य को आरम्भ किया गया। यह देश की जरूरत थी। स्थानीय लोगों को भी इससे सुविधा हो रही है। इससे मानसरोवर यात्रा भी सुगम होगी। घाट से पिथौरागढ ऑल वेदर रोड़ का कार्य प्रगति पर है। धारचूला क्षेत्र की सड़कों के निर्माण के लिये 28 करोड़ स्वीकृत किये गये हैं। जनपद में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना की सड़कों का कार्य भी प्रगति पर है। इस अवसर पर उन्होंने पिथौरागढ के पूर्व विधायक एवं कैबिनेट मंत्री स्व. प्रकाश पंत का भी स्मरण कर पिथौरागढ़ के विकास में उनके प्रयासों की भी सराहना कर उनके विजन को आगे बढ़ाने की बात कही।
वर्चुअल रैली में सांसद   अजय टम्टा, विधायक/रैली संयोजक   चन्द्रा पंत, रैली सह संयोजक   ललित मोहन भट्ट, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती दीपिका बोरा,   मनोज सामन्त जिला को-आपरेटिव अध्यक्ष, जिलाध्यक्ष,  वीरेन्द्र सिंह वाल्दिया जिलाध्यक्ष,  राजेन्द्र रावत नगर पालिका अध्यक्ष,  कमल पुनेडा मण्डल अध्यक्ष, विनोद भट्ट  राजेन्द्र सहित, जिला पंचायत नगर पंचायत ग्राम प्रधान आदि शामिल रहे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here