मुख्यमंत्री ने ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक का भौतिक निरिक्षण किया

 

काशीपुर — मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी अपने एक दिवसीय जनपद भ्रमण पर काशीपुर पहुँचे, काशीपुर पहुँचकर परिवहन विभाग द्वारा आयोजित नवनिर्मितसहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी कार्यालय भवन एवं ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक के लोकार्पण कार्यक्रममें बतौर मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया।

मुख्यमंत्री ने कार्यदायी संस्था उत्तराखण्ड कृषि विपणन बोर्ड द्वारा 817.68 लाख की लागत से बनाये गए सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी कार्यालय काशीपुर के नवनिर्मित भवन एवं ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक, कार्यदायी संस्था निर्माण इकाई, उत्तराखण्ड पेयजल निगम ऋषिकेश द्वारा 233.86 लाख की लागत से बनाये गए सहायक सम्भागीय परिवहन कार्यालय ऋषिकेश के ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक एवं 75.98 लाख की लागत से बने सहायक सम्भागीय परिवहन कार्यालय हरिद्वार के ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने 1013.95 लाख की धनराशि से जयतपुर-धनौरी मार्ग के निर्माण कि की घोषणा। उन्होंने ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक का भौतिक निरिक्षण किया। उन्होंने जनपद में संचालित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जिलाधिकारी से जानकारियां ली।

मुख्यमंत्री श्री धामी ने कश्मीर में हुए आतंकवाद के कायराने हमले की निंदा की। उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि कल जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों द्वारा निहत्थे हिंदू पर्यटकों पर किए गए कायराना हमले में जान गँवाने वाले सभी लोगों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ, और पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएँ व्यक्त करता हूँ। उन्होंने सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी कार्यालय, काशीपुर के नवनिर्मित कार्यालय भवन एवं ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक का लोकार्पण होने पर परिवहन विभाग के सभी कर्मचारीगणों एवं आप सभी क्षेत्रवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएँ दी। उन्होंने कहा कि लगभग साढ़े 4 करोड़ रूपए की लागत से बने इस भवन का लोकार्पण होने से जहां एक ओर परिवहन विभाग से जुड़े कार्यों को तेज गति से पूरा किया जा सकेगा वहीं, आम जनमानस को पारदर्शी एवं तकनीकी रूप से सक्षम सेवाएँ भी मिलेंगी। साथ ही, 7 करोड़ रूपए से अधिक की लागत से काशीपुर, हरिद्वार एवं ऋषिकेश में बनाए गए ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक का शुभारंभ होने से न केवल ड्राइविंग लाइसेंस के टेस्ट में पारदर्शिता आएगी बल्कि सड़क सुरक्षा में भी सुधार सुनिश्चित होगा। इसके साथ ही, मुख्यमंत्री श्री धामी ने सी.एस.आर. के माध्यम से काशीपुर के वार्डों हेतु वाटर कूलर और निःशुल्क एम्बुलेंस का फ्लैग ऑफ भी किया। इसके लिए सीएम श्री धामी ने सभी क्षेत्रवासियों को बधाई देते हुए कहा कि इन दोनों सेवाओं को धरातल पर उतारने वाले सभी संबंधित महानुभावों को साधुवाद देता हूँ।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के कुशल नेतृत्व में देशभर में जहां एक ओर रोड कनेक्टिविटी को निरंतर सुदृढ़ किया जा रहा है, वहीं वर्ष 2030 तक सड़क दुर्घटनाओं में मृत्यु दर को आधा करने के लक्ष्य पर भी कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी राज्य सरकार भी उत्तराखंड में न केवल शहर से लेकर गांवों तक सड़क एवं परिवहन व्यवस्था को निरंतर सुदृढ़ करने का प्रयास कर रही है, बल्कि सड़क सुरक्षा में सुधार की दिशा में भी ठोस कदम उठा रही है। आज, चालकों की ड्राइविंग स्किल्स को बढ़ाने तथा लापरवाही को कम करने के लिए जहां एक ओर कुमाऊं में आई.डी.टी.आर. (IDTR) का निर्माण किया जा रहा है वहीं, ड्राइविंग लाइसेंस की प्रक्रिया को पूरी तरह से कंप्यूटर आधारित बनाने के लिए ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक्स की स्थापना भी की जा रही है। इसके साथ ही देहरादून में राज्य सरकार, आई.डी.टी.आर. और माइकोसाफ्ट कम्पनी के संयुक्त तत्वाधान में मोबाईल आधारित सॉफ्टवेयर (HAMS & Harnessing Automobile for Safety) विकसित किया गया है, जिसके माध्यम से ड्राइविंग लाईसेन्स परीक्षा मानवीय हस्तक्षेप के बिना ली जा रही है। उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था को राज्य के अन्य जनपदों में भी लागू करने के लक्ष्य के साथ प्रदेश में 11 स्थानों पर आटोमेटेड ड्राईविंग टेस्ट ट्रैक का निर्माण किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त, वाहन चालकों को उच्च स्तरीय प्रशिक्षण प्रदान कराने के लिये देहरादून की भाँति हल्द्वानी में भी एक वृहद चालक प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना की जा रही है। उन्होंने कहा कि वाहनों की फिटनेस जारी करने के कार्य में तेजी लाने हेतु राज्य में 7 स्थानों पर निजी क्षेत्र में आटोमेटेड टेस्टिंग स्टेशन की स्वीकृति भी प्रदान की गयी है। उन्होंने कहा कि आज, काशीपुर, हरिद्वार और ऋषिकेश में बने ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक का लोकार्पण किया गया, जहां पर केवल दक्ष और कुशल चालकों को ही ड्राइविंग लाइसेंस मिल सकेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के सभी पदाधिकारियों का विशेष रूप से आभार व्यक्त करता हूँ, जिन्होंने सी.एस.आर. इनिशिएटिव के अंतर्गत इन ट्रैक्स का निर्माण करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार अपने स्तर पर हर संभव प्रयास कर रही है, परंतु सड़क दुर्घटनाओं को रोकने में हमें आम जनमानस के सहयोग की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि यदि जनता जागरूक और जिम्मेदार हो, तो हम किसी भी चुनौती से निपट सकते हैं। आज सोशल मीडिया से प्रभावित होकर विशेषकर युवाओं में हाई स्पीड से गाड़ी चलाने और रैश ड्राइविंग करने का कल्चर बढ़ता जा रहा है। बहुत सारे युवा जोश जोश में होश खो बैठते हैं, जिससे न केवल उनकी जान को खतरा बढ़ता है, बल्कि सड़क पर चलने वाले दूसरे राहगीरों के लिए भी खतरा बढ़ जाता है। ऐसे मैं, यदि माता-पिता अपने बच्चों को समय-समय पर सेफ ड्राइविंग के लिए प्रोत्साहित करते रहेंगे तो निश्चित ही एक सकारात्मक सुधार देखने को मिलेगा। उन्होंने कहा कि हमारे राज्य में वर्ष 2024 में ही 1090 लोगों ने सड़क दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवा दी और इन सभी दुर्घटनाओं में से लगभग 70 प्रतिशत दुर्घटनाएँ तेज गति या लापरवाही के कारण घटित हुई हैं। इन दुर्घटनाओं में अपने बच्चों को खो देने के बाद उनके माता-पिता के पास जीवनभर अफसोस करने के अवाला कुछ नहीं बचता। उन्होंने अभिभावकों से अपील करते हुए कहा कि न केवल आप स्वयं ट्रैफिक नियमों का पालन करें, बल्कि अपने बच्चों को या अपने छोटे भाई-बहनों को भी ट्रैफिक नियमों का पालन करने हेतु प्रेरित करें। श्री धामी ने आज हमारी ट्रिपल इंजन की सरकार काशीपुर के सर्वांगीण विकास हेतु पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां एक ओर, लगभग 1950 करोड़ रूपए की फंडिंग से काशीपुर में पेयजल, सीवरेज, सड़क सुधार और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित करने जैसे महत्वपूर्ण कार्यों को तेज गति के साथ पूरा किया जा रहा है। वहीं, इस क्षेत्र में रोजगार के अवसर सृजित करने एवं स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के उद्देश्य से 1100 करोड़ रुपए की लागत से औद्योगिक हब परियोजना एवं 100 करोड़ की लागत से अरोमा पार्क परियोजना भी संचालित की जा रही है। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही, शहर में बहुमंजिला पार्किंग एवं नवीन तहसील कार्यालय के निर्माण के माध्मय से काशीपुर में विकास के नए आयाम स्थापित करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। इन सभी विकास कार्यों के साथ ही, हमारी सरकार काशीपुर के चैती मंदिर को मानसखंड कॉरिडोर का हिस्सा बना कर काशीपुर को एक बडे सांस्कृतिक केंद्र के रूप में विकसित करने की दिशा में भी कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि हमारी सोच है कि हमारा काशीपुर भी काशी जैसी धर्म और आस्था की नगरी बने। ये उत्तराखंड का प्रवेश द्वार है, यहां से गुजरने वाले यात्रियों एवं पर्यटकों को देवभूमि में प्रवेश करने की अनुभूति होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मुझे पूर्ण विश्वास है कि आप सभी देवतुल्य जनता का साथ एवं आशीर्वाद हमें आगे भी इसी प्रकार प्राप्त होता रहेगा और हम सभी मिलकर काशीपुर को एक समृद्ध, स्वच्छ और विकसित नगर बनाने के हमारे “विकल्प रहित संकल्प” को पूर्ण करने में अवश्य सफल होंगे।

इस अवसर पर कृषि एवं कृषक कल्याण, सैनिक कल्याण, रेशम विभाग ग्रामीण विकास उद्यान एवं कृषि प्रसंस्करण मंत्री गणेश जोशी ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा की युवाओं के सुनहरे भविष्य बनाने वाले नकल विरोधी कानून बनाने का एवं युवाओं को ऐतिहासिक नौकरियां देने का काम माननीय मुख्यमंत्री जी ने किया। उन्होंने उत्तराखण्ड में यूसीसी लागू करने के लिए भी मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।

सांसद अजय भट्ट ने कहा की कश्मीर हुए घटना पर शोक व्यक्त करते हुए खेद प्रकट किया। उन्होंने दिवंगत आत्माओं शांति के लिए प्रार्थना की। उन्होंने कहा की आज मुख्यमंत्री श्री धामी जी के नेर्तत्व में उत्तराखण्ड विकास में नित नए आयाम गढ़ रहा है। हर क्षेत्र में पहले पायदान पर अपना नाम स्थापित कर रहा है उत्तराखण्ड इसके इसके लिए मुख्यमंत्री जी का आभार प्रकट किया। उन्होंने लोकार्पण के कार्यक्रम की बधाई देते हुए कहा की यह परिवहन के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा यह टेस्ट ट्रैक। इससे सड़क पर होने वाली दुर्घटनाओं पर भी अंकुश लगेगा।

अपर सचिव परिवहन श्रीमती रीना जोशी ने परिवहन विभाग द्वारा संचालित विभिन्न कार्यों की विस्तृत जानकारी दी।

इसके उपरांत मुख्यमंत्री श्री धामी ने साईं पब्लिक स्कूल कुंडेशवरी जाकर स्व0 कैलाश गहतोड़ी के पुण्यतिथि पर उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर स्मारक पर श्रद्धांजलि दी।

कार्यक्रम में स्वास्थ्य एवं चिकित्सा, शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत, विधायक त्रिलोक सिंह चीमा, महापौर दीपक बाली विकास शर्मा, राज्यमंत्री अनिल कपूर डब्बू, मुकेश कुमार, शायरा बानो, मंजीत सिंह, पूर्व विधायक शैलेन्द्र मोहन सिंघल, जिलाध्यक्ष मनोज पाल पूर्व जिलाध्यक्ष गुंजन सुखीजा, प्रशासक जिला पंचायत रेनू गंगवार, पूर्व मेयर ऊषा चौधरी, पूर्व सांसद बलराज पासी, खिलेन्द्र चौधरी, इंतजार हुसैन, मुक्ता सिंह, राजेश कुमार, दीप कोश्यारी, डॉ जेड ए वारसी, जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया, एसएसपी मणिकांत मिश्रा, वीसी जय किशन, एमडी मंडी आर डी पालीवाल, एडीएम पंकज उपाध्याय, जीएम डीआईसी विपिन कुमार, एसपी निहारिका तोमर, अभय कुमार, एआरटीओ विमल पाण्डे, पूजा नयाल, डीएफओ प्रकाश आर्या सहित अनेक जनप्रतिनिधि अधिकारी व जनता मौजूद थी।

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