योजनाओं और कार्यों का क्रियान्वयन तेजी से और बेहतर तरीके से पूर्ण करें: सचिव
सभी विभाग अपने विभागीय कार्यों में बेहतर आउटकम प्राप्त करने के लिए अभिनव प्रयोग करें
मुख्यमंत्री की घोषणाओं से संबंधित कार्यों को प्राथमिकता से पूर्ण करें तथा सीएम हेल्पलाइन में पेंडेंसी न रखें
उपरोक्त दिशा – निर्देश सचिव कार्यक्रम क्रियान्वयन विभाग उत्तराखंड शासन, दीपक कुमार द्वारा श्रीनगर के श्रीकोट बेस चिकित्सालय में आयोजित की गई विभिन्न विभागों के कार्यों की समीक्षा बैठक में दिए।
सचिव ने सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देशित किया कि मुख्यमंत्री घोषणाओं से संबंधित जितने भी कार्य हैं उनको प्राथमिकता से पूर्ण करें तथा उनकी अनुपालन आख्या भी समय से प्रेषित करें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री घोषणाओं से संबंधित जितने भी कार्य गतिमान हैं उनको शीघ्रता से पूर्ण करें।
उन्होंने लोक निर्माण विभाग, पेयजल निगम, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, जल संस्थान, सिंचाई विभाग, लघु सिंचाई, ग्रामीण निर्माण विभाग आदि विभिन्न निर्माणदाई विभागों और एजेंसियों को निर्माण कार्यों में गुणवत्ता को बेहतर बनाए रखते हुए कार्य करने के निर्देश दिए। साथ ही समाज कल्याण, बाल विकास, खाद आपूर्ति विभाग, स्वास्थ्य, शिक्षा विभाग, पशुपालन, पंचायतीराज आदि ऐसे विभाग जो जनहित की और महिला, बाल विकास, गरीबी उन्मूलन की विभिन्न योजनाएं संचालित करते हैं वे विभाग उन कल्याणकारी योजनाओं का बेहतर तरीके से क्रियान्वयन करना सुनिश्चित करें।
उन्होंने उद्यान, कृषि और पर्यटन विभाग को जनपद में उनसे संबंधित योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए सबसे अनुकूल बताते हुए विशेष प्रयास करने के निर्देश देते हुए कहा कि इन विभागों के पास जनपद में बेहतर आउटकम प्राप्त करने का अच्छा अवसर है इसलिए ये विभाग स्थानीय धरातल और व्यवहारिकता के अनुकूल रिसर्च करें, कार्य योजना बनाएं और उसका बेहतर क्रियान्वयन करें।
उन्होंने सभी नगर निकायों को निर्देशित किया कि शहरों और कस्बों में जितने भी सामुदायिक शौचालय हैं उनका बेहतर तरीके से रखरखाव और साफ- सफाई बनाए रखना सुनिश्चित करें, इसके लिए शिफ्टवार कार्मिकों की तैनाती करने को कहा।
उन्होंने समाज कल्याण विभाग को विधवा और दिव्यांग लाभार्थियों को समर्पित योजनाओं का समय-समय पर फीडबैक लेते हुए कार्य करने के निर्देश दिए।
उन्होंने विकसित भारत संकल्प यात्रा के दौरान लोगों को अपनी- अपनी विभागीय योजनाओं की जानकारी प्रदान करने तथा मेरी योजना ई – बुक को लोगों से साझा करते हुए विभिन्न योजनाओं की औपचारिकताओं, आवेदन पत्रों को भरने और उसका लाभ लेने के बारे में लोगों को इस दौरान विशेष रूप से बताने के निर्देश दिए।
सचिव ने जलागम, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन, मनरेगा इत्यादि योजनाओं को बेहतर डप्टेलिंग (समरीकरण) के माध्यम से संचालित करते हुए बेहतर आउटकम प्राप्त करने के अधिकारियों को निर्देश दिए।
उन्होंने पशुपालन विभाग को निर्देशित किया कि बद्री गाय को बढ़ावा देने के लिए और उसके दुग्ध और उसे निर्मित उत्पादों के व्यापक प्रचार- प्रसार के लिए गंभीरता से कार्ययोजना बनाते हुए उसे क्रियान्वित करने को कहा।
उन्होंने आयुर्वेद विभाग को एलोपैथिक चिकित्सकों को भी समय-समय पर आयुष से संबंधित प्रशिक्षण प्रदान करने के निर्देश दिए जिससे आयुष और एलोपैथी दोनों चिकित्साओं के समन्वय से लोगों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जा सके।
इस दौरान सचिव ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया की योजनाओं, कार्यों तथा निर्माण कार्यों के क्रियान्वयन के दौरान यदि कोई व्यवहारिक, प्रशासनिक अथवा अन्य प्रकार की ऐसी दिक्कत आती है जिसका शासन स्तर पर समाधान अपेक्षित हो तो उसके लिए उचित माध्यम से शासन को सिफारिश प्रेषित करें तथा दो या दो से अधिक विभागों के समन्वय से संचालित किए जाने वाले कार्यों को बेहतर समन्वय से क्रियान्वित करने के लिए अच्छे कॉर्डिनेशन के साथ कार्य करने के निर्देश दिए।
इस दौरान अपर जिलाधिकारी ईला गिरी, अपर पुलिस अधीक्षक जया बलूनी, जिला विकास अधिकारी मनविंदर कौर, उप जिलाधिकारी नवाजिश खलिक सहित विभिन्न विभागीय अधिकारी समीक्षा बैठक में उपस्थित थे। जिला सूचना अधिकारी, जनपद पौड़ी गढ़वाल।
इससे पहले सचिव द्वारा उपरोक्त बिंदुओं पर यात्रा पड़ाव Kaudiyala में बैठक लेते हूए टिहरी जिले के नरेंद्रनगर/ देवप्रयाग/Kirtinagar तहसील/ विकासखंड के अधिकारियों को दिशा निर्देश दिये गये.