बड़ी खबर : अवैध मदरसे में बच्चों के साथ अमानवीय व्यवहार का मुख्यमंत्री ने संज्ञान लिया, राज्य मै समस्त मदरसों में सत्यापन कराए जाने के दिए निर्देश
धामी ने इस गंभीर विषय पर एसीएस गृह को निर्देशित किया कि तत्काल समस्त जिलों को प्रदेश में संचालित समस्त मदरसों में सत्यापन कराया जाए
अवैध मदरसे में बच्चों के साथ अमानवीय व्यवहार प्रकरण पर धामी के निर्देश जहां भी कोई अनैतिक कार्य हो रहा हो, वहां तत्काल कानूनी कार्रवाई की जाए। इस विषय पर गृह विभाग ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश जारी किए गए हैं
नैनीताल के ज्योलिकोट के पास स्थित वीरभट्टी में एक अवैध मदरसे में बच्चों के साथ अमानवीय व्यवहार का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने संज्ञान लिया। उन्होंने इस गंभीर विषय पर एसीएस गृह को निर्देशित किया कि तत्काल समस्त जिलों को प्रदेश में संचालित समस्त मदरसों में सत्यापन कराया जाए, एवं जहां भी कोई अनैतिक कार्य हो रहा हो, वहां तत्काल कानूनी कार्रवाई की जाए। इस विषय पर गृह विभाग ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश जारी किए गए हैं।
ये है पूरा मामला
देशभर में अवैध रूप से संचालित मदरसों पर केंद्र व प्रदेश सरकार की सख्ती के बावजूद पर्यटन नगरी नैनीताल शहर में समीपवर्ती वीरभट्टी में बीते 15 वर्षों से अवैध रूप से मदरसा संचालित किया जा रहा था
डीएम के आदेश पर रविवार को सिटी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में पहुंची टीम के समक्ष इसका खुलासा हुआ। मदरसे में 24 बच्चे बीमार हालत में मिले। प्रशासनिक टीम ने बच्चों के परिजनों को भी सूचना दी। यही नहीं प्रशासनिक टीम के समक्ष मदरसे में कैद बच्चों ने संचालक व उसके बेटे पर उनके साथ मारपीट व शोषण का आरोप लगाया। पुलिस मदरसा संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर रही है।
डीएम वंदना के आदेश पर रविवार को सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह के नेतृत्व में जिला प्रोबेशन अधिकारी, तहसीलदार, अपर जिला समाज कल्याण अधिकारी व पुलिस की टीम ने नैनीताल के समीपवर्ती वीरभट्टी स्थित मदरसे पर छापा मारा। इस दौरान मदरसा अवैध रूप से संचालित पाया गया। मदरसा संचालक संबंधित दस्तावेज नहीं जुटा सके। टीम को 24 बच्चे कमरों के अंदर बीमार हालत में मिले। बच्चों के कमरों व रसोई में गंदगी पाई गई। टीम को कई और अन्य अनियमितताएं भी मिली हैं।
उन्होंने उच्चाधिकारियों को सौंपी जाने वाली रिपोर्ट उसे दर्ज किया है। यह बात सामने आयी कि बच्चों को परिवार के लोगों से मिलने नहीं दिया जा रहा था। टीम पर भरोसा होने के बाद बच्चों ने उनके समक्ष अपना दर्द बयां किया। आरोप लगाया कि मदरसा संचालक मो. हारुन और उसका पुत्र उनके साथ मारपीट करते हैं। बच्चों ने मदरसा संचालक के पुत्र पर भी शोषण के गम्भीर आरोप लगाए।
मदरसा संचालक के अपने को सही साबित करने की दलील पर अधिकारियों ने दस्तावेज मांगे तो वह कुछ भी नहीं दिखा पाए। जिसके बाद टीम ने बच्चों के परिजनों को कॉल कर मदरसे की स्थिति बताते हुए बच्चों को वापस घर ले जाने को कहा। इस दौरान जिला प्रोबेशन अधिकारी वर्षा आर्य, अपर जिला समाज कल्याण अधिकारी असलम अली, तहसीलदार संजय कुमार, एसओ रोहिताश सिंह सागर, एसआई नरेंद्र कुमार व अंजुला जॉन मौजूद रहे।
ऋचा सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट हल्द्वानी ने कहा प्रशासनिक टीम की ओर से मदरसा संचालक से संबंधित दस्तावेज मांगे गए तो वह मदरसे के पंजीकरण समेत अन्य दस्तावेज नहीं दिखा सके। यहां रखे गए अधिकांश बच्चे त्वचा रोग से ग्रसित पाए गए हैं। जिनका इलाज कराया जा रहा है।-
-वीरभट्टी, ज्योलीकोट क्षेत्र में अवैध रूप से संचालित मदरसे के संबंध में गोपनीय रूप से सूचना प्राप्त हुई थी। जिसके बाद नगर मजिस्ट्रेट, हल्द्वानी, प्रोबेशन अधिकारी व अन्य की एक टीम के द्वारा मदरसे का औचक निरीक्षण कराया गया। जिसमें गंभीर अनियमितताएं सामने आई हैं। बीमार अवस्था में मिले बच्चों का इलाज चिकित्सकों के माध्यम कराने से व्यवस्था की जा रही है। संबंधित के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जा रही है ये कहना था वंदना सिंह, डीएम, नैनीताल का…