30 व 31 मार्च को उत्तराखंड भ्रमण पर रहेंगे केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री वाइब्रेंट विलेज मलारी में करेंगे प्रवास, स्थानीय लोगों से करेंगे मुलाकात

दून मेडिकल कॉलेज के 500 बेडेड अस्पताल का करेंगे शिलान्यास

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया 30 व 31 मार्च को उत्तराखंड दौरे पर रहेंगे। दो दिवसीय भ्रमण के दौरान केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री 30 मार्च को सीमांत जनपद चमोली के मलारी गांव में एक दिवसीय प्रवास करेंगे। इस दौरान वह वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के तहत स्थानीय लोगों एवं जनप्रतिनिधियों के साथ मुलाकात कर विभिन्न समसमायिक विषयों पर चर्चा करेंगे, इसके अलावा वह मलारी में आशा कार्यकत्रियों के साथ संवाद भी स्थापित करेंगे। इसके उपरांत केन्द्रीय मंत्री मनसुख मांडविया 31 मार्च को देहरादून में दून मेडिकल कालेज के 500 बेडेड अस्पताल सहित 50-50 बेड के तीन जनपदों हेतु स्वीकृत क्रिटिकल केयर ब्लॉक का शिलान्यास करेंगे।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री के भ्रमण एवं विभिन्न योजनाओं के शिलान्यास को देखते हुये स्वास्थ्य विभाग एवं प्रशासन के अधिकारी कार्यक्रम को अंतिम रूप देने में जुटे हैं।

सूबे के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने मीडिया को जारी एक बयान में बताया कि आगामी 30 व 31 मार्च को केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया उत्तराखंड आयेंगे।
उन्होंने बताया कि दो दिवसीय दौरे के दौरान केन्द्रीय मंत्री 30 मार्च को प्रातः 7ः30 बजे जैलीग्रांट हवाई अड्डा पहुंचकर राज्य अतिथि देहरादून के लिये रवाना होंगे। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री सुबह 10 बजे राज्य अतिथि गृह से कैनाल रोड़ जाखन स्थित प्रधानमंत्री जन औषधि केन्द्र का निरीक्षण करेंगे। इसके उपरांत केन्द्रीय मंत्री जीटीसी हेलीपैड देहरादून से आर्मी हेलीपैड मलारी चमोली के लिये रवाना होंगे। जहां से वह दोपहर 12ः30 बजे आईटीबीपी कैंप मलारी विलेज पहुंचेंगे। करीब एक घंटा आईटीबीपी कैंप में रूकने के बाद केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मलारी के ग्रामीणों एवं जनप्रतिनिधियों के साथ वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के तहत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करेंगे। इसके उपरांत केन्द्रीय मंत्री जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम की समीक्षा करेंगे। सूबे के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री 30 मार्च को मलारी गांव में ही प्रवास करेंगे इस दौरान वह मलारी के अलावा आस-पास के कैलाशपुर, गुरगुटी, बंपा, गमशाली और नीति गांव का भी भ्रमण करेंगे। इसी बीच केन्द्रीय मंत्री स्वास्थ्य विभाग की रीढ़ मानी जाने वाली आशा कार्यकत्रियों से भी संवाद करेंगे और सीमांत क्षेत्र की स्वास्थ्य सुविधाओं पर चर्चा करेंगे। डॉ. रावत ने बताया कि मलारी भ्रमण के उपरांत केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री 31 मार्च को वापस देहरादून पहुंचेंगे। जहां पर वह मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में 11ः30 बजे स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास करेंगे। जिसके अंतर्गत दून मेडिकल कॉलेज के 500 बेड क्षमता के अस्पताल तथा ईसीआरपी-2 एवं प्रधानमंत्री-आयुष्मान भारत हेल्थ इंस्फ्रास्ट्रक्चर मिशन (पीएम-एबीएचआईएम) के अंतर्गत तीन जनपदों श्रीनगर (पौड़ी), रूद्रप्रयाग व नैनीताल हेतु स्वीकृत 50-50 बेड के तीन क्रिटिकल केयर ब्लॉक का शिलान्यास शामिल है। कार्यक्रम सम्पन्न होने के उपरांत केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री करीब 3 बजे जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचेंगे जहां से वह नई दिल्ली के लिये रवाना होंगे।

*क्या है वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम*
देश के उत्तरी सीमा के सामरिक महत्व को देखते हुये भारत सरकार द्वारा वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम शुरू किया गया है जो कि वित्त वर्ष 2022-23 से 2025-26 तक चलेगा। इसके लिये भारत सरकार द्वारा 4800 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है जिसमें से 2500 करोड़ रूपये सड़कों के निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। इस कार्यक्रम से चार राज्यों एवं एक केंद्र शासित प्रदेश के 19 जिलों और 46 सीमावर्ती ब्लाकों में आजीविका के अवसर और आधारभूत ढांचे को मजबूती मिलेगी। इस कार्यक्रम के पहले चरण में 663 गांवों को शामिल किया गया है, इससे उत्तरी सीमावर्ती क्षेत्र में समावेशी विकास सुनिश्वित हो सकेगा। इस कार्यक्रम से यहां रहने वाले लोगों के लिये गुणवत्तापूर्ण अवसर प्राप्त हो सकेंगे। योजना का उद्देश्य उत्तरी सीमा के सीमावर्ती गांवों में स्थानीय, प्राकृतिक और अन्य संसाधनों के आधार पर आर्थिक प्रेरकों की पहचान और विकास करना तथा सामाजिक उद्यमिता प्रोत्साहन, कौशल विकास तथा उद्यमिता के माध्यम से युवाओं व महिलाओं को सशक्त बनाना है।

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