भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख, मुख्य प्रवक्ता और उत्तराखंड से राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने आज कहा कि राज्य में शीघ्र ही विश्व स्तरीय कैंसर सुविधा के संस्थान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कार्य हुआ है।
उम्मीद है राज्य में शीघ्र ही टाटा कैंसर इंस्टीट्यूट की स्थापना का कार्य आगे बढ़ेगा। स्वयं टाटा समूह के प्रमुख रतन टाटा जी द्वारा उक्त निर्णय से सांसद बलूनी को अवगत कराया है
*सांसद बलूनी ने कहा कि गत वर्ष जब वे कैंसर के उपचार के लिए मुंबई में भर्ती थे तो वे निरंतर सोचते थे कि जनप्रतिनिधि होने के नाते उन्हें जिस तरह का उपचार प्राप्त हो रहा है क्या उत्तराखंड के एक आम आदमी को ऐसा उपचार सुलभ है ? उसे कैंसर की जांच, परामर्श, उपचार तथा ऑपरेशन की सुविधा सहज रूप से मिल पाती है ? राज्य में अगर इस तरह की सुविधा हो तो आम लोगों को देश के विभिन्न हिस्सों में भटकना नहीं पड़ेगा, इसके लिए उन्होंने निरंतर अपने संपर्कों के माध्यम से कैंसर चिकित्सा में सस्ता, प्रामाणिक और विश्व स्तरीय उपचार सुविधा देने वाले टाटा कैंसर इंस्टीट्यूट व टाटा ट्रस्ट से संपर्क तथा संवाद किया। पूर्व में राज्य सरकारों द्वारा भी टाटा ट्रस्ट से कैंसर इंस्टिट्यूट का अनुरोध किया गया था।
हमारी राज्य सरकार ने जून 2017 में टाटा ट्रस्ट से इस हेतु एमओयू भी किया था।*
*सांसद बलूनी ने कहा कि वह टाटा समूह के प्रमुख आदरणीय रतन टाटा जी की संवेदनशीलता और सदाशयता के प्रति कृतज्ञ हैं जिन्होंने सीमांत प्रांत उत्तराखंड के लिए कैंसर इंस्टीट्यूट की स्थापना की दिशा में कार्य करने हेतु अपने अधिकारियों को निर्देशित किया है। निसंदेह टाटा संस्थान विश्वसनीयता का दूसरा नाम है। राज्य में टाटा कैंसर संस्थान की स्थापना होने के बाद तत्काल जांच, उपचार की सुविधा के साथ-साथ ऑपरेशन कि सुविधाएं भी प्राप्त होंगी और राज्य के आम नागरिक को कैंसर की भयावहता से छुटकारा मिलेगा। ऐसे रोगी विश्वस्तरीय विशेषज्ञों द्वारा समय पर उपचार प्राप्त कर स्वस्थ जीवन जियें उनका सपना है।
सांसद बलूनी ने कहा कि वह स्वयं इस रोग से लड़ कर आए हैं। वह कामना करते हैं कि किसी को भी दुख और बीमारी का सामना न करना पड़े और अगर दुर्भाग्य से ऐसी परिस्थितियां आ भी जाएं तत्काल उसका समाधान हो सके आदरणीय रतन टाटा द्वारा यह संस्थान राज्य के लिए एक बड़ा उपहार होगा। मैं संपूर्ण राज्य की ओर से उनका हृदय से धन्यवाद और आभार प्रकट करता हूं।