याद रखना भाजपा वालो कांग्रेस की सरकार आएगी तो उन सब षड्यंत्रकारियों का चेहरा पर्दाफाश किया जाएगा त्रिवेन्द्र जी को बधाई : पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत
देहरादून:
कांग्रेस कैंपेन कमांडर हरीश रावत ने पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को बधाई दी है। हरीश रावत ने कहा है कि टीएसआर टेक होम राशन की योजना के पक्ष में आकर खड़े हुए हैं और इसके लिए वे बधाई के पात्र हैं। पूर्व सीएम हरीश रावत ने याद दिलाया है कि एक बार पहले भी किसी नामी कंपनी को पुष्टाहार देने की कोशिश हुई थी लेकिन टीएसआर ने डोईवाला क्षेत्र की महिला स्वयं सहायता समूह की अपील पर हस्तक्षेप कर कुछ उज्याडू बल्द और बकरियों( हरदा कांग्रेसी गोत्र के मंत्रियों की तरफ इशारा करते) की नाराजगी भी झेली थी। लेकिन वह आज फिर टेक होम राशन के पक्ष में आ गए हैं।
ज्ञात हो कि त्रिवेंद्र रावत ने टेक होम राशन योजना को बचाने और टेंडर के ज़रिए महिला स्वयं सहायता समूहों की बजाय किसी कंपनी खास को ठेका देने को गलत ठहराते हुए सीएम पुष्कर सिंह धामी से दखल की मांग की है। टीएसआर ने यह भी कहा है कि तीरथ सिंह रावत के मुख्यमंत्री रहते भी इस तरह की टेंडर प्रक्रिया चली थी जिसको वे दखल देकर रुकवा पाये थे।
अब हरीश रावत ने टीएसआर को बधाई देते कैसे धामी सरकार को निशाने पर लिया है उसे हुबहू यहाँ पढ़ें:
Trivendra Singh Rawat जी को बधाई, वो टेक होम राशन की योजना के पक्ष में आकर खड़े हुये हैं। आपको स्मरण होगा कि एक बार पहले भी बड़ी प्रभावी कोशिश हुई कि पुष्टाहार के क्षेत्र में काबिज एक बड़े नाम को हमारा पुष्टाहार दे दिया जाए। #डोईवाला क्षेत्र की महिला स्वयं सहायता समूह की अपील पर त्रिवेंद्र सिंह रावत जी ने उस समय हस्तक्षेप कर कुछ उज्याड़ू बल्द और बकरियों की नाराजगी भी झेली थी, आज फिर वो #टेकहोमराशन के पक्ष में आये हैं। अधिकारियों से कहलाया जा रहा है कि इसके लाभार्थियों की संख्या बहुत सीमित है, बहुत सीमित स्वयं सहायता समूह टेक होम राशन की स्कीम्स के साथ जुड़े हुए हैं। मैं कहना चाहता हूँ कि आशा का दिया है टेक होम राशन की स्कीम, महिला उद्यमिता की तरफ और एक दिया भी राह दिखाने के लिए काफी होता है, यहां तो कई दीपक हैं जिनकी जगमगाहट से महिलाओं में आशा का संचार हो रहा है। कुछ लोग तर्क दे रहे हैं कि इनमें अमुक-अमुक तत्वों की कमी है, देश के प्रत्येक अनाज के अंदर किसी न किसी तत्व की कमी होती है, क्योंकि मिट्टी से वो तत्व आते हैं। हमारे यहां की मिट्टी में कुछ ऐसे तत्वों की कमी है जिनको दूसरे तरीके से सप्लीमेंट किया जा सकता है, उसके लिए आवश्यक नहीं है कि हम अपने घर अनाज खाना छोड़ दें और उसके लिए आवश्यक नहीं है हम अपनी गर्भवती बहनों, वृद्धा माताओं व बालकों को पुष्टाहार जो हमारे स्थानीय पदार्थों के आधारित हो उसको देना छोड़ दें। ये बेहूदे तर्क मुझे यह कहने के लिए बाध्य कर रहे हैं कि इस षड्यंत्र में जितने लोग भी सम्मिलित हैं, #कांग्रेस की सरकार आएगी तो उन सब षड्यंत्रकारियों का चेहरा पर्दाफाश किया जाएगा।
हरीश रावत ,पूर्व मुख्यमंत्री