लखनऊ। ज़हरीली शराब ने जो तांडव मचाया और सेंकडो लोगों की मौत और असप्तलों में जिंदगी की लड़ाई लड़ रहे संख्या अभी तक स्पस्ट नही हो पाई है। सरकारी आंकड़ों की सच्चाई सभी जानते हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार उत्तप्रदेश और उत्तराखंड में जहरीली शराब पीकर मरने वालों का आंकड़ा अब तक 120 के पार पहुंच गया है। बतादें कि बहुत से लोगो अपने परिजनों को प्राइवेट अस्पतालों में भी दाखिल कराया गया, जिनकी मौत या इलाज़ किये जाने का कोई आंकड़ा अभी सामने नही है। यूपी के सहारनपुर में लगभग 50 से अधिक, मेरठ में 25, कुशीनगर में 11 लोगों की इस वजह से मौत हुई है। वहीं उत्तराखंड के हरिद्वार और रुड़की में जहरीली शराब अब तक लगभग तीन दर्जन लोगो को मौत की नींद सुला चुका है। वहीं, सांप छिपकली मिलाये जाने की बात के बाद एक और नई बात सामने आ रही है।

पाउच जांच के लखनऊ लैब भेजे गए

बता दें कि जिस जहरीली शराब से लोगों की मौत हुई है, उसकी भी जांच की जा रही है। आशंका जताई जा रही है कि अवैध शराब में स्प्रिट और चूहा मारने की दवा मिलाई गई थी। इस आधार पर अवैध शराब के पाउच जांच के लिए लखनऊ लेबोरेटरी भेजे गये हैं।

सांप और छिपकली से बनाई जाती है जहरीली शराब
मीडिया में चल रही खबरों के अनुसार, शराब को ज्यादा नशीला बनाने के लिए यूरिया, आयोडेक्स, ऑक्सिटोसिन का इस्तेमाल किया जाता था। मरे हुए सांप और छिपकली तक मिलाने से परहेज नहीं करते थे। डॉक्टरों का कहना है कि ज्यादा मिथाइल अल्कोहल से ब्रेन डेड हो जाता है।

प्रशासन ने 92697 लीटर शराब जब्त की

यूपी-उत्तराखंड में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की यह सबसे बड़ी घटना है। इस मामले में पुलिस लगातार अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। पुलिस ने अबतक कुल 92697 लीटर अवैध शराब जब्त कर ली है और 297 अलग-अलग मामले दर्ज किए गए हैं।

पुलिस और आबकारी विभाग पर हुई कार्रवाई
इस बड़ी लापरवाही पर एसएसपी दिनेश कुमार ने नागल थाना प्रभारी सहित दस पुलिसकर्मी और आबकारी विभाग के तीन इंस्पेक्टर व दो कांस्टेबल सस्पेंड कर दिए हैं। बता दें, कुशीनगर के तरयासुजान थाना क्षेत्र में जहरीली शराब पीने वाले पांच और लोगों की गुरुवार को मौत हो गई। बुधवार को भी पांच लोगों की मौत हुई थी। प्रशासन ने इस मामले में थानेदार और आबकारी निरीक्षक समेत नौ लोगों को सस्पेंड कर दिया है।

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