कोविड मरीजों के इलाज के लिए उत्तराखंड पुलिस हर जिले और बटालियनों में प्लाज्मा बैंक तैयार करेगी। इसके लिए रविवार को हर जगह एंटी बॉडी टेस्ट के लिए कैंप आयोजित किए जा रहे हैं। इसके बाद जरूरत पड़ने पर पुलिसकर्मी अपना प्लाज्मा दान कर लोगों की जान बचाएंगे।
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दरअसल, इस साल अब तक एक हजार से अधिक पुलिसकर्मी कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं। इनमें से ठीक होने के बाद कई पुलिसकर्मियों ने लोगों को प्लाज्मा दान कर उनकी जान भी बचाई है। इसके अलावा पिछले साल भी करीब 2000 पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित हुए थे।
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शनिवार को डीजीपी अशोक कुमार ने सभी जनपदों के पुलिस प्रभारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग की थी। इस दौरान उन्होंने रविवार को सभी जगह हर जिले, पीएसी और आईआरबी में जवानों के लिए एंटी बॉडी टेस्ट कराने के लिए कैंप आयोजित कराने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद कहा गया है कि जिन पुलिसकर्मियों में एंटी बॉडी विकसित हो गई हैं वह प्लाज्मा दान करने के लिए तैयार रहें। यह एक तरह से बैंक के तौर पर विकसित किया जाएगा। विज्ञापन
बढ़ेंगे बेड, जरूरत पड़ी तो आम लोग भी होंगे भर्ती जिलों की पुलिस लाइन और पीएसी में बीमार पुलिसकर्मियों के लिए बेड की व्यवस्था की गई है। इनमें अब तक 300 सामान्य और 50 ऑक्सीजन बेड की व्यवस्था हो चुकी है।
पुलिस प्रवक्ता नीलेश आनंद भरणे ने बताया कि सभी जिलों को अपने यहां पर इन बेड की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। बेड की संख्या बढ़ने के बाद यदि बेहद जरूरी हुआ तो यहां पर पुलिसकर्मी ही नहीं बल्कि आम लोग भी भर्ती हो सकेंगे।
सख्ती बढ़ाने के निर्देश
डीजीपी ने शनिवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान कहा है कि सभी जगह शहरों में सख्ती बढ़ाई जाए। निर्धारित धनराशि में ही नियमों का पालन न करने वालों का चालान काटा जाए। जिनके पास बाहर निकलने का वाजिब कारण नहीं है उनका हर हाल में चालान किया जाए।