उत्तराखंड से बडी ख़बर
आज कोरोना संक्रमण के मामलों    ने रिकॉर्ड तोड़ दिया। आज उत्तराखंड में अब तक के सबसे ज्यादा 239 पॉजिटिव मामले आए हैं।
वहीं, संक्रमितों का आंकड़ा 4515 पहुंच गया है। बता दें कि आज 35 मरीज ठीक होकर घर लौटे हैं। लेकिन अभी भी अभी भी 1311 एक्टिव केस हैं
आज सबसे ज्यादा 150 मामले हरिद्वार में सामने आए हैं। वहीं, देहरादून में 58 जिसमे से
21 प्राइवेट लैब , अल्मोड़ा और चमोली में एक -एक, नैनीताल में सात, पौड़ी में चार, ऊधमसिंह नगर में 13 ओर एक प्राइवेट लैब से और उत्तरकाशी में पांच मामले सामने आए हैं। 
बता दें कि अब तक उत्तराखंड में 3116 संक्रमित मरीज ठीक होकर घर लौट चुके हैं।  जबकि अब तक 52 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो चुकी है। वहीं, प्रदेश में कोरोना मरीजों का रिकवरी रेट 69.1 फीसदी है और डबलिंग रेट 22.37 दिन है। 

जान लो संक्रमण रोकने को प्रदेश के 97 इलाके पाबंद
प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए 97 इलाकों को पाबंद किया गया है।
हरिद्वार जिले में सबसे अधिक 61 कंटेनमेंट जोन घोषित किए
गए हैं। 
प्रदेश में रोजाना कोरोना संक्रमित मामले बढ़ रहे हैं।
संक्रमण को रोकने के लिए चार जिलों में अब तक 97 कंटेनमेंट जोन घोषित किए हैं। ओर बढ़ने की पूरी संभवना है

 

वही मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के निर्देश पर पिछले दिनों में कोविड-19 के दृष्टिगत सर्विलांस और सेम्पलिंग में काफी बढोतरी हुई है। राज्य के सभी जनपदों में आशा और आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों के माध्यम से घर -घर जाकर सर्विलांस किया जा रहा है। पता लगाया जा रहा है कि किसी में कोरोना के लक्षण तो नहीं हैं। विशेष रूप से सीनियर सीटीजन और गम्भीर बीमारियों से ग्रस्त लोगों की जानकारी रखी जा रही है। अधिकांश जिलों में सर्विलांस के 2 या 2 से ज्यादा राउंड हो चुके हैं। उत्तरकाशी में 4, नैनीताल, रुद्रप्रयाग, अल्मोडा, चमोली व टिहरी में 3-3, बागेश्वर, चम्पावत, पौङी व ऊधमसिंह नगर में 2-2 और पिथौरागढ़, देहरादून व हरिद्वार में 1-1 राउंड सर्विलांस का किया जा चुका है। मुख्यमंत्री ने इस प्रक्रिया को आगे भी लगातार करते रहने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने पूरी गम्भीरता से सर्विलांस करने और इससे प्राप्त जानकारियों के आधार पर जरूरी कदम उठाने को कहा है।
मुख्यमंत्री ने सेम्पलिंग और टेस्टिंग को भी बढाने के निर्देश दिये हैं। राज्य में सेम्पलिंग में लगातार वृद्धि हो रही है। इस सप्ताह औसतन 2487 सेम्पल प्रतिदिन लिए गए जबकि पिछले सप्ताह यह औसत 1660 प्रतिदिन था। प्रति मिलियन जनसंख्या पर सेम्पलिंग का औसत बढ़कर 9981 हो गया है जो कि राष्ट्रीय औसत से कुछ ही कम है। एक सप्ताह में इसके राष्ट्रीय औसत से ऊपर जाने की पूरी संभावना है। चम्पावत, देहरादून, नैनीताल, पौङी और रुद्रप्रयाग में सेम्पलिंग, राष्ट्रीय औसत से अधिक है। टेस्टिंग और सेम्पलिंग को बढाने के लिए जिलाधिकारियों को प्राईवेट लेब का भी उपयोग करने को कहा गया है। जिलों में ट्रूनाट मशीनें और एंटीजन टेस्टिंग किट भी उपलब्ध करवाई गई हैं। राज्य में वर्तमान में 342 डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटर हैं जिनमें 23436 बेड की क्षमता है। इनमें से 22762 अभी खाली हैं। कोविड फेसिलिटी में आईसीयू बेड 338, वेंटिलेटर 243 और ऑक्सीजन सपोर्ट बेड 1197 हैं। इनकी संख्या में भी लगातार वृद्धि की जा रही है। 
मुख्यमंत्री ने कहा कि “प्रदेश में पिछले कुछ दिनों में पाजिटिव मामलों में वृद्धि देखी गई है। परंतु स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। सर्विलांस और टेस्टिंग व सेम्पलिंग पर फोकस किया जा रहा है। सुनिश्चित किया जा रहा है कि कोरोना संक्रमित व्यक्ति को समय पर उचित इलाज उपलब्ध हो।

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